MP में मोबाइल लूट की वारदात का इंटरनेशनल कनेक्शन जुड़ रहा है। लूटे हुए मोबाइल दिल्ली के रास्ते दुबई भेजे जाते हैं।
मोबाइल लुटेरों से पूछताछ करने में भंवरकुआं पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। पुलिस ने जिन तीन लुटेरों को पकड़ा उनमें से एक पूछताछ के दौरान मिर्गी होने का नाटक करने लगा। उसने अपनी जुबान में भी कट लगा लिया। इसे देख अफसर घबरा गए। लेकिन वहां मौजूद सिपाहियों ने कहा कि ये बदमाश नौटंकीबाज हैं। तब पुलिस अफसरों ने सख्ती दिखाई तो बदमाशों ने मोबाइल लूट की एक के बाद एक कई घटनाओं का खुलासा कर दिया। इधर, एक अन्य आरोपी जिसे पुलिस ने अक्टूबर में ही मोबाइल चोरी केस में जेल हुई थी उसे भी प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ की जाएगी।
TI शशिकांत चौरसिया की टीम ने मोबाइल लूटने वाले बाबू उर्फ बेड़िया, रोहित उर्फ लिबर्टी, मुकेश सिंह को पकड़ा था। कोर्ट ने तीनों को जेल भेज दिया। आरोपियों ने सरस्वती नगर में मीनल अग्रवाल के साथ लूट की वारदात की थी। आरोपियों ने नशे के लिये वारदात को अंजाम देना बताया था। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर करीब 39 मोबाइल जब्त किये थे।
जीभ काटी तो कभी मिर्गी के दौरे का नाटक करने लगे
अफसरों के मुताबिक मुख्य आरोपी बाबू उर्फ बडिया और रोहित उर्फ लिबर्टी शातिर अपराधी है। वह स्मैक और ब्राउन शुगर का नशा करता है। इस कारण वह कई बार पुलिस की पकड़ में आ चुका है। इस बार मोबाइल चोरी में पकड़े जने पर उसने जीभ काट ली। इसके बाद खून की उल्टी करने लगा। एक बार तो उसने मिर्गी के दौरे की नौटंकी भी की। इससे पुलिसकर्मियों में घबराहट पैदा हो गई।
एक बार टीआई ने कह दिया कि इन्हें तुरंत अस्पताल भेजकर कोर्ट में पेश कर दो। इस दौरान सिपाहियों ने बताया कि इनकी कई जगह से जीभ कटी है। यह इस तरह के नाटक करते हैं ताकि पुलिस की कार्रवाई से बच जाएं। इसके बाद उन्हें लालच देकर जुर्म कबूलवाए गए। तब उन्होंने कई अपराधों का खुलासा किया।
रिश्तेदारों को दिए मोबाइल, फिर भी नहीं हो पाएं ट्रेस, ट्रैकिंग पर लेते ही पकड़े गए
आमतौर पर लूट या चोरी की शिकायतों को लेकर थाने पर शिकायत लेने के बदले सिटीजन कॉर्प पर पुलिस शिकायत अपलोड करने की बात कहती है। ऐसे में अपराधियों ने लूटे गए मोबाइल को दुकानदारों को नहीं देकर उन्हें अपने रिश्तेदारों को दे दिया था। लेकिन पुलिस मोबाइलो को ट्रेस नहीं कर पाई। बाद में मीनल अग्रवाल के मोबाइल में सीसीटीवी आने के बाद पुलिस ने उस मोबाइल को ट्रेकिंग पर डाल दिया था। ट्रैकिंग पर डालते ही आरोपियों से जुड़ा हुआ बदमाश दिनेश पकड़ा गया। उसने पुलिस की पकड़ में आते ही अपने दूसरे साथी आरोपियों की जानकारी भी पुलिस को दे दी। अफसरों के मुताबिक ऐसा पहली बार हुआ जब इतने बड़े मोबाइल की बरामदगी में किसी दुकानदार का नाम सामने नहीं आया।
लूटकांड में बंद काणे से होगी पूछताछ
पुलिस के मुताबिक अब मामले में ओमप्रकाश उर्फ काणे से पूछताछ होगी। पुलिस ने बताया कि ओमप्रकाश को अन्नपूर्णा पुलिस कुछ दिन पहले मोबाइल लूटकांड में पकड़ चुकी है। बाद में पूछताछ कर उसे जेल भेजा गया था। टीआई चौरसिया के मुताबिक ओमप्रकाश को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ की जाएगी। वारदातों को लेकर भी उससे पूछताछ की जाएगी।
तीन सालों से बच रहे थे पुलिस से
बाबू उर्फ बेड़िया को पुलिस ने 2016 में पकड़ा था। राऊ, राजेन्द्र नगर और द्वारकापुरी पुलिस आरोपी द्वारा खुद को घायल करने के लिये हाथ डालने में डरती थी। इसके बाद रोहित ओर बाबू पर 2019 में कार्रवाई हुई। जिसके बाद से दोनों पर पुलिस ने हाथ ही नहीं डाला। आरोपी महंगी बाइक से घूमते थे। लेकिन मजदूरी करने की बात करते हुए घर से निकल जाते थे। क्राइम ब्रांच ने भी उन्हें कई बार पकड़ा लेकिन बिना पूछताछ के छोड़ दिया।
मोबाइल चोर गैंग हवाला की तरह सरहद ऐसे पार ले जाते हैं मोबाइल:
सोना बनकर लौटते हैं लूट के मोबाइल:इंदौर का दुबई तक नेटवर्क; बिजनेसमैन भी शामिल
MP में मोबाइल लूट की वारदात का इंटरनेशनल कनेक्शन जुड़ रहा है। लूटे हुए मोबाइल दिल्ली के रास्ते दुबई भेजे जाते हैं। वहां इनको बेचकर सोना खरीदा जाता है। ये सोना तस्करी कर इंदौर लाया जाता है।
इंदौर में मोबाइल लूट के मामलों में नया खुलासा हुआ है। यहां से लूटे गए मोबाइल दुबई जाते और वहां से सोना बनकर आते हैं। पुलिस ने इस गैंग के बदमाशों को पकड़ा है। गिरफ्तार कुछ बदमाशों के नाम पहले ट्रक कंटिग केस में भी आ चुके हैं। उनके बयान के बाद कुछ व्यापारी भी पकड़े गए हैं। अब पुलिस पूरे नेटवर्क की पड़ताल कर रही है।