‘मन की बात’: PM मोदी ने शहीद उधम सिंह को किया याद, 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को दी बधाई
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मन की बात का 91वें प्रोग्राम में देश को संबोधित किया। इसकी शुरूआत में उन्होंने शहीद उधम सिंह को याद किया। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा हम सारे देशवासी 31 जुलाई यानी आज के दिन सरदार उधम सिंह की शहादत को नमन करते हैं। मुझे देखकर खुशी होती है कि ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ जन आंदोलन का रूप ले रहा है। सभी और अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े लोग इसमें हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस बार भारत अपनी आज़ादी के 75 वर्ष पूरे करेगा। हम सब लोग अद्भुत और ऐतिहासिक पल के गवाह बनने जा रहे हैं। देशवासी हर घर तिरंगा का हिस्सा जरूर बनें और अपने घर पर तिरंगा जरूर फहराएं। प्रधानमंत्री ने कहा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 13 से 15 अगस्त तक, एक विशेष अभियान ‘हर घर तिरंगा’ का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान का हिस्सा बनकर 13 से 15 अगस्त तक आप अपने घर पर तिरंगा जरूर फहराएं।
जुलाई में हुआ रोचक प्रयास : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा कि इस जुलाई में एक रोचक प्रयास हुआ है जिसका नाम ‘आज़ादी की रेलगाड़ी और रेलवे स्टेशन’ है। इस प्रयास का लक्ष्य है कि लोग आज़ादी की लड़ाई में भारतिय रेलवे की भूमिका को जानें। देश में अनेक रेलवे स्टेशन हैं जो स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास से जुड़े हैं।
आयुष उत्पादों के निर्यात में लगातार वृद्धि हो रही है: मोदी
पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कि कोरोना के खिलाफ आयुष ने वैश्विक स्तर पर अहम भूमिका निभाई है। दुनिया में आयुर्वेद और भारतीय औषधियों के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है। हाल ही में, एक वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन हुआ था। इसमें करीब 10 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।
विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप पर भी बोले पीएम मोदी
वहीं पीएम मोदी ने इस दौरान विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि क्लासरूम हो या खेल का मैदान हमारे युवा, हर क्षेत्र में, देश को गौरवान्वित कर रहे हैं। इसी महीने, पी. वी. सींधू ने सिंगापुर ओपन का अपना पहला खिताब जीता है। नीरज चोपड़ा ने भी अपने बेहतरीन प्रदर्शन को जारी रखते हुए विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में देश के लिए रजत पदक जीता है।
हमारे युवा, स्टार्ट-अप और उद्यमियों के बूते हमारे खिलौना उद्योग ने जो कर दिखाया है, जो सफलताएं हासिल की हैं, उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। आज, जब भारतीय खिलौनों की बात होती है, तो हर तरफ वोकल फॉर लोकल की ही गूंज सुनाई दे रही है।