कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के प्रभारी अजय माकन की एक इच्छा ने कांग्रेस में फिर हलचल मचा दी है। दरअसल, अजय माकन ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखी चिट्ठी में राजस्थान प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी छोड़ने की इच्छा जताई है। अपनी इच्छा के पीछे माकन ने बीते 25 सितंबर को राजधानी जयपुर में हुए सियासी घटनाक्रम का हवाला दिया है।
अखिल भारतीय कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे खत में अजय माकन ने कहा कि अब वह राजस्थान के प्रभारी पद पर नहीं बने रहना चाहते हैं। उनकी मांग है कि भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में आने तक नए इंचार्ज की नियुक्ति होनी चाहिए। माकन की यह इच्छा सामने आने के बाद राजस्थान के सियासी गलियारों में हलचल मच गई है।
राजस्थान में बीते 25 सितंबर सीएम की कुर्सी को लेकर खासा बवाल मचा था। 25 सितंबर को जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में कांग्रेस आलाकमान की ओर से भेजे गए पर्यवेक्षकों मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश प्रभारी अजय माकन के सामने सीएम पद के लिए एक लाइन का प्रस्ताव पास होना था। उस समय सीएम अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले थे। माना जा रहा था कि इस बैठक में सचिन पायलट को सीएम बनाए जाने का प्रस्ताव पारित होना था, लेकिन इससे पहले ही कांग्रेस में बगावत हो गई।
उस समय गहलोत गुट के विधायक बैठक में नहीं गए और उन्होंने मंत्री शांति धारीवाल के घर बैठक की। बाद में गहलोत गुट के विधायक बस में भरकर विधानसभा स्पीकर डॉ. सीपी जोशी के आवास पर गए। वहां करीब 89 विधायकों ने सामूहिक रूप से अपने इस्तीफे उनको सौंप दिए। दूसरी तरफ खड़गे और माकन होटल में विधायकों का इंतजार करते ही रह गए। 25 सितंबर के इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस में सीएम पद की लड़ाई पूरी तरह से सड़क पर आ गई थी।