चित्रकूट में महर्षि वाल्मीकि आश्रम के समीप 11.21 करोड़ रुपये की लागत से पर्यटक सुविधा केन्द्र बनाया जाएगा-जयवीर सिंह
Dec 8, 2023, 22:38 IST
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आदिकवि महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली जनपद चित्रकूट स्थित वाल्मीकि आश्रम के निकट यात्रियों एवं पर्यटकों की सुविधा के लिए लगभग 11.21 करोड़ रुपये की लागत से एक पर्यटक सुविधा केन्द्र का निर्माण किया जायेगा। इससे यहाँ आने वाले पर्यटकों को सुविधा मिलेगी और साथ ही पर्यटन को बढ़ावा एवं स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
यह जानकारी आज यहाँ प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि प्रयागराज-चित्रकूट मार्ग पर स्थित महर्षि वाल्मीकि आश्रम लालापुर में आदि ग्रन्थ रामायण महाकाव्य के प्रणेता महर्षि वाल्मीकि का आश्रम है। इस स्थल की मान्यता प्राचीन समय से तीर्थ स्थल के रूप में की जाती है। यहां बड़ी संख्या में लोग दर्शन पूजन और भ्रमण के लिए आते हैं।
श्री जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन विभाग आश्रम के निकट लगभग
11.21 करोड़ रुपये से पर्यटक सुविधा केंद्र बनाएगा। यहां सीसी रोड, पार्किंग, बागवानी, सैंड स्टोन पाथवे, ग्रेनाइट कोबल पाथवे, ट्यूबवेल, छतरी निर्माण, तालाब का विकास कार्य, म्यूरल वाल, वाल पैनलिंग, ग्रेनाइट फ्लोरिंग, फाल्स सीलिंग और साइनेज समेत कई और कार्य कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में स्थित महापुरूषों से जुड़े स्थानों का कायाकल्प किये जाने का निर्णय लिया गया है, ताकि यहाँ पर पर्यटक एवं श्रद्धालु आ सकें।
यह जानकारी आज यहाँ प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि प्रयागराज-चित्रकूट मार्ग पर स्थित महर्षि वाल्मीकि आश्रम लालापुर में आदि ग्रन्थ रामायण महाकाव्य के प्रणेता महर्षि वाल्मीकि का आश्रम है। इस स्थल की मान्यता प्राचीन समय से तीर्थ स्थल के रूप में की जाती है। यहां बड़ी संख्या में लोग दर्शन पूजन और भ्रमण के लिए आते हैं।
श्री जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन विभाग आश्रम के निकट लगभग
11.21 करोड़ रुपये से पर्यटक सुविधा केंद्र बनाएगा। यहां सीसी रोड, पार्किंग, बागवानी, सैंड स्टोन पाथवे, ग्रेनाइट कोबल पाथवे, ट्यूबवेल, छतरी निर्माण, तालाब का विकास कार्य, म्यूरल वाल, वाल पैनलिंग, ग्रेनाइट फ्लोरिंग, फाल्स सीलिंग और साइनेज समेत कई और कार्य कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में स्थित महापुरूषों से जुड़े स्थानों का कायाकल्प किये जाने का निर्णय लिया गया है, ताकि यहाँ पर पर्यटक एवं श्रद्धालु आ सकें।