ज्योतिषियों के अनुसार कार्तिक माह के दौरान दीपोत्सव, गोपाष्टमी, देवउठनी एकादशी, देव दिवाली सहित अनेक त्योहार मनाए जाएंगे।
इस बार 12 नवंबर को दीपावली मनाई जाएगी। माता लक्ष्मी का आगमन रविवार को हो रहा है। यह शास्त्रों में यह योग अति उत्तम माना जाता है।
इस दिन पूजन से पूरे समाज को स्थायी लक्ष्मी और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। शाम छह बजकर 11 मिनट से आठ बजकर 15 मिनट तक पूजन का शुभ मुहुर्त हैं। उसके बाद किसी भी समय पूजन कर सकते हैं।
दीपावली की तैयारियां शहर भर में जोरों से चल रही हैं। लोग घरों का रंग-रोगन कराकर सजावटी वस्तुओं से घरों को सजा रहे हैं।
ज्योतिषियों के अनुसार कार्तिक माह के दौरान दीपोत्सव, गोपाष्टमी, देवउठनी एकादशी, देव दिवाली सहित अनेक त्योहार मनाए जाएंगे। माना जाता है कि शरद पूर्णिमा के साथ ही शरद ऋतु की शुरूआत हो जाती है और धीरे-धीरे सर्दी की शुरुआत होती है, इसलिए यह ऋतुु परिवर्तन का माह भी है।
ऐसे रहेंगे त्योहार
10 नवंबर - धनतेरस : बर्तनों की खरीदारी अधिक होगी। लोग खरीदारी के लिए तैयार हैं। संत हिरदाराम नगर के बर्तन बाजारों में बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे। साथ ही कोलार, न्यू मार्केट, भेल समेत शहर भर की बर्तन दुकानों पर धनतेरस पर खरीदारों की भीड़ रहेगी। आटोमोबाइल, सराफा का कारोबार भी अच्छा होगा।
11 नवंबर - रूप चौदस : महिलाएं रूप चौदस मनाएंगी। इसके लिए महिलाओं ने अभी से ब्यूटी पार्लर पर श्रृंगार के लिए बुकिंग करा दी है। साथ ही घरों पर भी महिलाएं रूप निखारने के लिए तैयारी करेंगी।
12 नवंबर - दीपावली : दीपावली पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। घर-घर मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाएगी। शहर के मंदिरों व घरों में दीपक जगमग किए जांएगे। अतिशबाजी होगी। सभी वर्ग के लोग नए वस्त्र धारण करके एक-दूसरे को दीपावली की बधाई देंगे।
यह त्योहार भी मनेंगे
13 नवंबर - सोमवती अमावस्या
14 नवंबर - अन्नकूट
15 नवंबर - भाई दूज
20 नवंबर - गोपाष्टमी
21 नवंबर - आंवला नवमी
27 नवंबर - कार्तिक पूर्णिमा