क्यूआर कोड स्कैन करते ही मतदाताओं को उनकी जानकारी के साथ ही विधानसभा क्षेत्र और मतदान केंद्र की जानकारी मिल जाएगी।

मध्यप्रदेश के लिए 55 जिलों के 64 हजार 523 मतदान केंद्रों पर 17 नवंबर को मतदान होगा। इसके लिए निर्वाचन आयोग ने तैयारी तेज कर दी है। इसमें सबसे खास है क्यूआर कोड वाली मतदाता पर्ची। निर्वाचन आयोग ने पर्चियों को बांटना भी शुरू कर दिया है। इन पर्चियों को जिले के अनुसार सभी विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारियों को दिया जा रहा है। इसकी शुरुआत भोपाल से हो गई है। बता दें कि प्रक्रिया के पांच दिन पहले से यह पर्चियां मतदाताओं को देना शुरू किया जाएगा। अभी तक विधानसभा चुनाव के दौरान मतदाताओं को फोटो युक्त पर्ची दी जाती थी, लेकिन इस बार से यह नई व्यवस्था लागू की गई है। क्यूआर कोड स्कैन करते ही मतदाताओं को उनकी जानकारी के साथ ही विधानसभा क्षेत्र और मतदान केंद्र की जानकारी मिल जाएगी। इससे मतदाताओं को मतदान केंद्र खोजने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। वे आसानी से केंद्र पर पहुंचकर मतदान कर सकेंगे।
बांटने की जिम्मेदारी मतदान केंद्रों के बीएलओ को दी जाएगी। यह पर्चियां निर्वाचन आयोग द्वारा जिले के निर्वाचन अधिकारी को दी जाएगी। यहां से पर्चियों को विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी को भेजा जाएगा। वे इसे सुपरवाइजर को देंगे और फिर यह बीएलओ के पास पहुंचेगी। बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं को पर्चियां बांटेंगे। इसके साथ ही सत्यापन भी किया जाएगा कि पर्ची सही मतदाता को मिल रही है या नहीं।
भोपाल को मिली पांच लाख से अधिक पर्चियां
भोपाल की सात विधानसभाओं में कुल 20 लाख 86 हजार 231 मतदाता हैं। ये सभी 2049 केंद्रों पर मतदान करेंगे। इन सभी मतदाताओं को मतदान से पहले क्यूआर कोड वाली पर्ची मिल जाएगी। अब तक कुल पांच लाख 83 हजार 500 मतदाता पर्ची निर्वाचन कार्यालय को मिल चुकी हैं। बाकी पर्चियां भी जल्द मिल जाएंगी।
इनका कहना है
विधानसभा चुनाव में इस बार मतदाताओं को क्यूआर कोड वाली मतदाता पर्चियां उपलब्ध कराई जाएगी। इसमें उनके विधानसभा क्षेत्र, मतदान केंद्र सहित उनके उपयोग की सभी जानकारी रहेगी। कोड स्कैन कर वह इसे देख सकेंगें। जल्द ही इनको वितरित करने की प्रक्रिया शुरू करा दी जाएगी।