’गुरु दिवस‘ के रूप में मनाया गया
नई दिल्ली : हजूर बाबा सावन सिंह जी महाराज का 167वां प्रकाश दिवस 27 जुलाई, 2025 को ’गुरु दिवस‘ के रूप में अत्यंत श्रद्धा, प्रेम और भक्तिभाव के साथ कृपाल बाग, दिल्ली में बड़ी धूमधाम से मनाया गया, जिसमें सैंकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर गुरु महिमा का गुणगान किया।
इस अवसर पर प्रसारित विडियो सत्संग में सावन कृपाल रूहानी मिशन के वर्तमान अध्यक्ष संत राजिन्दर सिंह जी महाराज ने कहा कि, ”संत और आध्यात्मिक गुरु ऐसे मार्गदर्शक होते हैं, जो हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं। हजूर बाबा सावन सिंह जी महाराज लाखों भाई-बहनों के लिए एक ऐसे ही प्रकाश स्तंभ थे, जिन्होंने उनके अंदर प्रभु के लिए प्रेम जागृत कर उन्हें प्रभु की ज्योति का अनुभव कराया। प्रभु के दिव्य-प्रेम और आध्यात्मिकता की मूलभूत शिक्षाओं के माध्यम से उन्होंने लाखों भाई-बहनों को अपने आपको जानने और पिता-परमेश्वर को पाने के मार्ग पर चलने में मदद की।
जब हम उनकी शिक्षाओं और प्रेम व एकता के संदेश को अपने जीवन में ढालते हैं, तभी हम सही मायनो में उनके प्रकाश दिवस को मनाते हैं। वे हमें समझाया करते थे कि हमारे मनुष्य जीवन वास्तविक उद्देश्य पिता-परमेश्वर को पाना है। जब हम ध्यान-अभ्यास करते हैं और अपने भीतर जाते हैं, तो हम अपने अंदर प्रभु की ज्योति और श्रुति का अनुभव करते हैं। हजूर के प्रकाश दिवस को सही मायने में मनाने के लिए, हमें ध्यान-अभ्यास में समय बिताना चाहिए और अपने जीवन को उनकी शिक्षाओं के अनुसार ढालना चाहिए।”
हजूर बाबा सावन सिंह जी महाराज का जीवन और उनकी शिक्षाएँ हमें अपने मनुष्य जीवन के सर्वोच्च उद्देश्य अपने आपको जानना और पिता-परमेश्वर को पाने के लिए प्ररित करती हैं।
प्रकाश दिवस के इस अवसर पर हजूर बाबा सावन सिंह जी महाराज की एक मनमोहक विडियो फिल्म भी प्रसारित की गई, जिसमें उनके द्वारा लाखों लोगों पर रूहानियत की बरखा करते हुए दिखाया गया था।
प्रकाश दिवस के मौके पर उपस्थित कई श्रद्धालुओं ने हजूर बाबा सावन सिंह जी महाराज के साथ बीते अपने रूहानी अनुभवों को व्यक्त किया और अनेक भाई-बहनों तथा बच्चों ने बड़े ही श्रद्धाभाव से भजन-कीर्तन का गायन किया। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी भाई-बहनों को ध्यान-अभ्यास की बैठक पर बिठाया गया और उसके पश्चात लंगर प्रसाद भी समस्त संगत में वितरण किया गया।
इस अवसर पर शांति अवेदना सदन, राज नगर, नई दिल्ली में कैंसर पीड़ित भाई-बहनों को मिशन की ओर से दवाईयाँ, फल व अन्य उपयोगी वस्तुओं का मुफ्त वितरण किया गया।
हजूर बाबा सावन सिंह जी महाराज का जन्म 27 जुलाई, 1858 में ग्राम महिमा सिंह वाला, जिला लुधियाना में हुआ। हजूर बाबा सावन सिंह जी महाराज ने अपने उपदेशों द्वारा समझाया कि प्रत्येक जीव पिता परमेश्वर का अंश होने के नाते उसे पा सकता है, जोकि हमारे मनुष्य जीवन का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने अपने जीवनकाल में ये भविष्यवाणी की थी कि आने वाले समय में रूहानियत पश्चिम के देशां में बड़ी तेजी से फैलेगी।
उनके पश्चात परम संत कृपाल सिंह जी महाराज और दयाल पुरुष संत दर्शन सिंह जी महाराज ने देश-विदेश की यात्राएं करके उनके रूहानियत के इस महान कार्य को दुनिया के कोने-कोने में फैलाया और आज भी उसी रूहानी कार्य को सावन कृपाल रूहानी मिशन के वर्तमान सत्गुरु परम संत राजिन्दर सिंह जी महाराज विश्वभर में अनेक यात्राएं कर लाखों लोगों को ध्यान-अभ्यास की विधि सिखा रहे हैं, जिससे कि हम अपने मनुष्य जीवन के मुख्य उद्देश्य जोकि अपने आपको जानना और पिता-परमेश्वर को पाना है, को इसी जीवन में पूरा कर सकते हैं।
सावन कृपाल रूहानी मिशन के आज संपूर्ण विश्व में 3200 से अधिक केन्द्र स्थापित हैं तथा मिशन का साहित्य विश्व की 55 से अधिक भाषाओं में प्रकाशित हो चुका है। इसका मुख्यालय विजय नगर, दिल्ली में है तथा अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय नेपरविले, अमेरिका में स्थित है।
सावन कृपाल रूहानी मिशन

