Anant TV Live

ललिता पंचमी का व्रत हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन रखा जाता है जो कि शारदीय नवरात्रि की भी पंचमी तिथि होती है.

 | 
SD

सनातन धर्म में प्रत्येक त्योहार के पीछे खास वजह और महत्व छिपा हुआ होता है. शारदीय नवरात्रि का हर दिन अपने आप में खास है और आज नवरात्रि की पंचमी तिथि है.

इस दिन मां दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप का पूजन किया जाता है. इसके साथ ही पंचमी तिथि के दिन ललिता पंचमी का पर्व मनाया जाता है, जो कि मां सती का ही एक स्वरूप हैं. आइए जानते हैं ललिता पंचमी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है और कैसे की जाती है इस दिन पूजा?

ललिता पंचमी 2023 शुभ मुहूर्त
ललिता पंचमी का व्रत हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन रखा जाता है जो कि शारदीय नवरात्रि की भी पंचमी तिथि होती है. पंचांग के अनुसार यह तिथि 19 अक्टूबर की मध्यरात्रि 1 बजकर 12 मिनट पर शुरू हो गई है और इसका समापन 20 अक्टूबर को होगा. इसलिए इस साल ललिता पंचमी का व्रत आज यानि 19 अक्टूबर को रखा जा रहा है.

इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त 19 अक्टूबर को सुबह 11 बजकर 48 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक रहेगा.

ललिता पंचंमी का महत्व
सनातन धर्म में ललिता पंचमी व्रत का विशेष महत्व माना गया है. ललिता मां सती का ही स्वरूप हैं और इस दिन उन्हीं का पूजन किया जाता है. देवी ललिता की उपासना करने से साधक को विशेष लाभ मिलता है.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माता ललिता ने भंडासुर नामक राक्षस का संघार किया था और पंचमी तिथि के दिन मां दुर्गा देवी ललिता के रूप में धरती पर अवतरित हुई थीं. ऐसे में ललिता पंचमी के दिन व्रत और पूजा-पाठ करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि धन और ऐश्वर्या की प्राप्ति होती है. साथ ही कई प्रकार के रोग-दोष और भय से मुक्ति मिल जाती है.

Around The Web

Trending News

You May Also Like