Anant TV Live

शताब्दी वर्ष की ओर अग्रसर गौरवमयी तानसेन समारोह को सभी मिलजुलकर और भव्यता प्रदान करें। समारोह में अधिकाधिक संगीत रसिक पहुँचें।

अनोखे लाल द्विवेदी विशेष संवाददाता
 | 
AS

“तानसेन संगीत महफिल” और “ताल दरबार” नए आयाम के रूप में जुड़े हैं समारोह में

शताब्दी वर्ष की ओर अग्रसर गौरवमयी तानसेन समारोह को सभी मिलजुलकर और भव्यता प्रदान करें। समारोह में अधिकाधिक संगीत रसिक पहुँचें। इसके लिये व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाए। यह बात कलेक्टर श्री अक्षय कुमार सिंह ने तानसेन समारोह की तैयारियों के सिलसिले में आयोजित हुई स्थानीय समिति की बैठक में कही। बैठक में समारोह को भव्यता प्रदान करने के लिये समिति के सदस्यों के सुझाव भी लिए गए। कलेक्टर श्री सिंह ने भरोसा दिलाया कि बैठक में आए अच्छे सुझावों को शामिल कर तानसेन समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जायेगा।

भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश का सर्वाधिक प्रतिष्ठित महोत्सव “तानसेन समारोह” संगीत की नगरी ग्वालियर में इस साल 22 से 28 दिसम्बर तक आयोजित होगा। यह सालाना समारोह भारतीय संगीत की अनादि परंपरा के श्रेष्ठ कला मनीषी संगीत सम्राट तानसेन को श्रद्धांजलि व स्वरांजलि देने के लिये पिछले 98 साल से आयोजित हो रहा है। इस साल के तानसेन समारोह में देश के मूर्धन्य शास्त्रीय गायक पं. गणपति भट्ट हासणगि धारवाड़ को राष्ट्रीय तानसेन अलंकरण से विभूषित किया जायेगा। “तानसेन संगीत महफिल” और “ताल दरबार” नए आयाम के रूप में जोड़े गए हैं। तानसेन समारोह में 22 दिसम्बर को संगीत की नगरी ग्वालियर में 15 स्थानों पर एक साथ “तानसेन संगीत महफिल” और 26 दिसम्बर को ग्वालियर किले पर “ताल दरबार” की भव्य महफिल सजेगी। साथ ही पूर्व की तरह गान मनीषी तानसेन की जन्मस्थली बेहट व मुरैना जिले के प्रसिद्ध बटेश्वर मंदिर परिसर में समारोह के तहत संगीत सभाएँ सजेंगीं। इसके अलावा पूर्व रंग “गमक” का भी आयोजन होगा।हर साल की भाँति इस साल भी समारोह में वादी-संवादी व्याख्यान माला और कला प्रदर्शनी रंग संभावना का आयोजन भी होगा।

बैठक में मेले को भव्यता प्रदान करने के लिये भी कार्यक्रम में मौजूद गणमान्य नागरिकों से सुझाव लिए गए। साथ ही ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण और खुले में माँस-मछली विक्रय को हतोत्साहित करने में सभी से सहयोग करने का आह्वान किया गया।

मंगलवार को यहाँ जिला पंचायत के सभागार में आयोजित हुई तानसेन समारोह की स्थानीय समिति की बैठक में राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. साहित्य कुमार नाहर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री राजेश चंदेल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विवेक कुमार, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू अरूण कुमार व स्मार्ट सिटी की सीईओ श्रीमती नीतू माथुर सहित समिति के अन्य सदस्यगण मौजूद थे।  

एक साथ 1500 तबला वादकों के वादन से गुंजायमान होगा ऐतिहासिक ग्वालियर दुर्ग  

ऐतिहासिक ग्वालियर दुर्ग इस बार तानसेन समारोह के दौरान एक साथ 1500 तबला वादकों के वादन से गुंजायमान होगा। समारोह के तहत 26 दिसम्बर को सायंकाल लगभग 4 बजे ग्वालियर दुर्ग पर स्थित कर्ण महल के समीप “गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड” में शामिल करने के लक्ष्य को लेकर यह सांगीतिक सभा सजेगी। कलेक्टर श्री अक्षय कुमार सिंह ने स्थानीय समिति की बैठक में आह्वान किया कि नगर के संगीत रसिक इस भव्य आयोजन में जरूर पहुँचें। जिला प्रशासन द्वारा इस आयोजन को लेकर पुख्ता व्यवस्थायें की जा रही हैं।  

10 संगीत सभाएँ होंगीं  

तानसेन समारोह में 10 संगीत सभाएं होंगी। पहली सभा 24 दिसंबर को सायंकाल आयोजित होगी। इसके बाद हर दिन प्रातः एवं सायंकालीन सभाएं होंगी। समारोह के तहत 27 दिसम्बर को तानसेन समाधि स्थल के साथ मुरैना जिले के स्रपुसिद्ध बटेश्वर मंदिर परिसर में भी समानांतर रूप से संगीत सभा सजेगी। 28 दिसंबर को प्रातःकालीन सभा तानसेन की जन्मस्थली बेहट में और इस साल के समारोह की अंतिम संगीत सभा सायंकाल गूजरी महल परिसर में सजेगी। अंतिम सभा महिला कलाकारों पर केंद्रित रहेगी।

Around The Web

Trending News

You May Also Like