Anant TV Live

सरकारी संस्था जन अभियान परिषद के पदाधिकारी कर रहे हैं भाजपा का प्रचार

आचार संहिता का घोर उल्लंघन जारी

 | 
cong
जे पी धनोपिया ने चुनाव आयोग को शिकायत में दिए सबूत, सख्त कार्रवाई  की मांग

भोपाल, 01 नवम्बर 2023

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने राज्य निर्वाचन आयोग से भाजपा का प्रचार कर रही सरकारी संस्था जन अभियान परिषद के पदाधिकारियों के विरूद्ध आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने और निर्वाचन प्रक्रिया से दूर रखने और उन्हें पद से हटाने की कार्रवाई करने का आग्रह किया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष और प्रभारी चुनाव आयोग कार्य जे.पी. धनोपिया ने चुनाव आयोग को तथ्यों के साथ लिखित शिकायत कर जन अभियान परिषद के महानिदेशक रिटायर्ड आई.ए.एस. बी.आर. नायडू को तत्काल पदमुक्त करने, कार्यपालक निदेशक डा. धीरेन्द्र पाण्डेय को तत्काल प्रभाव से हटाने और प्रदेश के सभी ब्लाक, जिला और संभाग स्तरीय समन्वयकों और मेंटर्स को आचार संहिता समाप्त होने तक चुनाव कार्यों से पृथक कर मुख्यालय, भोपाल में संलग्न करने की कार्रवाई करने का आग्रह किया है। 
धनोपिया ने आयोग से समन्वयकों को कलेक्टर भवनों और पंचायत भवनों में आवंटित कक्ष तत्काल खाली कराये जाने का भी आग्रह किया है। उन्होने परिषद के दोनों उपाध्यक्ष विभाश उपाध्याय और डॉ. जामदार को चुनाव होने तक तत्काल पद से हटाने का आग्रह किया है। 
धनोपिया ने कहा कि चुनाव आयोग पूरी क्षमता और दक्षता के साथ निष्पक्ष मतदान के लिये वातावरण बना रहा है, लेकिन सत्ता पक्ष और इसके संगठन जन अभियान परिषद आयोग के कार्य में बाधा पैदा कर रहे है। उन्होंने शिकायत में चुनाव आयोग को बताया कि हाल ही में राजधानी भोपाल में जन अभियान परिषद की सभी समितियों से जुड़े 35 हजार युवाओं का महाकुम्भ जम्बूरी मैदान में हुआ था। इसमें सभी पदाधिकारी भाजपा की टोपी लगाये बैठे थे। 
उन्होने यह भी बताया कि महाकुम्भ में मंच से महानिदेशक नायडू ने कहा था कि कांग्रेस के शासनकाल में प्रदेश के विकास को सवा साल का ग्रहण लगा। इस दौरान बिना सोचे-समझे शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुरू किये गये कार्यक्रम को बंद कर दिया था। उन्होने सबूत के बतौर इसका वीडियो संलग्न किया है। उन्होंने कहा कि नायडू के इस कथन से जाहिर है कि जन अभियान परिषद एक राजनैतिक संस्था बन गयी है, जो विकास कार्यों में भागीदारी सिर्फ दिखावे के लिये करती है। जाहिर है कि यह संस्था सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए चुनाव में भाजपा के पक्ष में वोट डालने- डलवाने का ही काम करेगी।
धनोपिया ने आयोग को यह भी बताया कि जन अभियान परिषद में नियमित किये गये सभी कोआर्डिनेटर्स को समय- समय पर बूथ मैनेजमेंट का प्रशिक्षण दिया गया है। यह प्रशिक्षण पूर्व संगठन मंत्री विनय सहस्त्रबुद्धे की मुंबई स्थित संस्था “रामभाऊ म्हालगी प्रबोधनी”, असम स्थित “सेवा भारती” के प्रकल्प, भोपाल के “शारदा विहार” और हैदराबाद स्थित संस्था ‘‘कान्हा शांतिवनम’’ में दिया गया, उन्होने आयोग को सबूत के बतौर फोटो भी सलग्न किये। धनोपिया ने आयोग को बताया कि भाजपा की ओर से जन अभियान परिषद के पदाधिकारियों को पन्ना प्रभारी बनाया गया है। उन्होने आयोग को बताया कि जन अभियान परिषद पूरे देश में एकमात्र ऐसी सरकारी संस्था है जो भाजपा का प्रचार-प्रसार कर रही ती है। 
धनोपिया ने आयोग के ध्यान में लाया कि 2018 विधानसभा चुनाव में आयोग ने जन अभियान परिषद के अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की थी। पन्ना के समन्वयक सुशील बर्मन और होशंगाबाद के हर्ष तिवारी को भाजपा की प्रचार सामग्री बांटते हुए पकड़े जाने पर एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी। आयोग ने परिषद की गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। साथ ही परिषद के कार्यपालक संचालक धीरेन्द्र पाण्डेय के खिलाफ भी आयोग ने सख्त रवैया अपनाया था।

Around The Web

Trending News

You May Also Like