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प्रोजेक्ट-स्मार्ट के संबंध में रीयलटर्स की सोच और आवश्यकताओं को समझने के लिए सेमिनार आयोजित किया गया

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मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल ट्रांसपोर्ट (प्रोजेक्ट-स्मार्ट) के साथ स्टेशन क्षेत्र विकास परियोजनाओं के संबंध में रीयलटर्स की सोच और आवश्यकताओं को समझने के लिए आज यहां एक सेमिनार आयोजित किया गया।

सेमिनार में विचार-विमर्श में जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) के विशेषज्ञों की टीम, नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल), रेल मंत्रालय, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ऑर्गनाइजेशन (टीसीपीओ), गुजरात और महाराष्ट्र राज्य के अधिकारी, रीयलटर्स के प्रतिनिधि और फिक्की, क्रेडाई और सीआईआई जैसे निजी क्षेत्रों के अधिकारियों ने भाग लिया।

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आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय की अपर सचिव श्रीमती डी. तारा ने अपने संबोधन में कहा कि प्रोजेक्ट-स्मार्ट देश में सतत शहरी विकास और हाई-स्पीड रेल परिवहन के लिए एक बेंचमार्क है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना देश भर में विकास के लिए भविष्य में एक मॉडल के रूप में काम करेगी।

भारत सरकार ने जेआईसीए के सहयोग से महत्वाकांक्षी मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना शुरू की है, जिसका उद्देश्य शहरी जीवन और मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेलवे (एमएएचएसआर) कॉरिडोर से परिवहन कनेक्टिविटी को फिर से परिभाषित करना है।

आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय और रेल मंत्रालय ने 'मुंबई -अहमदाबाद हाई स्पीड रेल ट्रांसपोर्ट (प्रोजेक्ट-स्मार्ट) के साथ चार मॉडल एचएसआर स्टेशनों (गुजरात में साबरमती, सूरत और महाराष्ट्र में विरार और ठाणे) के विकास के लिए जेआईसीए के साथ स्टेशन क्षेत्र विकास' परियोजना के तहत तकनीकी सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। नेशनल हाई-स्पीड रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) और संबंधित राज्य सरकारों द्वारा संयुक्त रूप से एचएसआर स्टेशनों के आसपास तीन बफर जोन में स्टेशन क्षेत्र विकसित किया जाएगा।

प्रोजेक्ट-स्मार्ट में यात्रियों और अन्य हितधारकों की पहुंच तथा सुविधा बढ़ाने और स्टेशन क्षेत्रों के आसपास आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेलवे (एमएएचएसआर) स्टेशनों के आसपास के क्षेत्रों को विकसित करने की परिकल्पना की गई है। यह परियोजना एमएएचएसआर स्टेशनों के आसपास के क्षेत्रों की योजना, विकास और प्रबंधन के लिए राज्य सरकारों, नगर निगमों और शहरी विकास प्राधिकरणों की संस्थागत क्षमता को सुविधाजनक बनाएगी।

सेमिनार में हुए विचार-विमर्श से साबरमती, सूरत, विरार और ठाणे एचएसआर स्टेशनों के लिए 'स्टेशन एरिया डेवलपमेंट प्लान' और मॉडल हैंडबुक तैयार करने में योगदान मिलने की उम्मीद है। इसमें ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) और स्टेशन क्षेत्र विकास के लिए जापान, भारत और अन्य देशों में अपनाए गए अनुभवों और पद्धतियों को शामिल किया जाएगा।

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