मध्य प्रदेश में यह चुनाव केवल किसी एक पार्टी या कैंडिडेट का नहीं है, यह मध्य प्रदेश के भविष्य का चुनाव है: कमलनाथ
शिवराज सिंह चौहान की सरकार भ्रष्टाचार, महिलाओं पर अत्याचार, अनुसूचित जाति और जनजातियों पर अत्याचार के लिए जानी जाती है: कमलनाथ
भोपाल, 26 अक्टूबर 2023
मंच पर बैठे हुए सभी सम्मानितजनों का और जनता का आभार करते हुए कमलनाथ ने कहा कि मुझे थोड़ी देर में अपना नामांकन भरना है, उन्होंने कहा कि जैसे आप मुहूर्त निकलवाते है, मैंने भी निकलवाया है। इसलिए समय से नामांकन भरना जरूरी है। कमलनाथ ने कहा कि मुझे अभी मंच पर बैठकर सन 1979 का वह दिन याद आता है ज़ब मैंने पहली बार नामांकन भरा था। उस समय मेरी उम्र बहुत कम थी और मुझे राजनीति का बहुत ज्यादा ज्ञान नहीं था, मैं आप सभी के बीच में हाथ जोड़कर आपकी गलियों में, आपके घरों तक आया था, आपसे समर्थन मांगा था, आपके बीच में आकर प्रार्थना की और वोट मांगा था। मैं आज यह बात खुलकर कह सकता हूं कि पिछले 45 सालों से मुझे आपका केवल वोट ही नहीं मिला, बल्कि आपका प्यार भी मुझे मिला है। छिंदवाड़ा की जनसभा में जनता को सम्बोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि मुझे याद है कि आज जहां पर यह बाजार है वह बाजार उस समय नहीं था।
जब मैं पहली बार यहां से जीता तो मैंने सोचा था कि मैं क्या करुँगा और कैसे करूंगा? उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा में उस समय 2000 गांव में से केवल 480 गांव में बिजली थी। तब मैंने सभी गावों में बिजली पहुंचाने का काम शुरू किया, मैं गाड़ी से दौरा करता था तो मैंने छिंदवाड़ा को देखा था और मुझे बार-बार एक ही बात याद आती थी कि छिंदवाड़ा के लोगों ने मुझ पर विश्वास किया है और मेरा कर्तव्य है कि छिंदवाड़ा की पहचान बने और छिंदवाड़ा को देश में पहचाना जाए। मैंने खेती के लिए प्रयास करने शुरू किया। जब मैंने छिंदवाड़ा में सोयाबीन की खेती को बढ़ावा देने के लिए काम करना शुरू किया तो लोग मुझ पर हंसते थे कि यह देखो कमलनाथ सोयाबीन में उलझे हुए हैं। लेकिन आपको पता ही है कि केवल 4 साल में छिंदवाड़ा जिला सोयाबीन की फसल में नंबर वन हो गया था और छिंदवाड़ा के लिए भी यह पहली क्रांति थी।
कमलनाथ ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि उस समय छिंदवाड़ा में ना तो कोई पानी की सही व्यवस्था थी, ना ही तालाब थे, ना ही सिंचाई की व्यवस्था के लिए नहरें थी। श्री कमलनाथ ने कहा कि संतरे की खेती करने वाले लोगों को मैं बताना चाहता हूं कि उसे समय पर लोग मुझे फोन करते थे और मुझसे कहते थे कि मेरा संतरा सड़ रहा है उसके लिए मुझे रेट दिलवाइयें।
कमलनाथ ने कहा कि मुझे बहुत अच्छे से याद है कि उस समय छिंदवाड़ा में कोई बड़ा बाजार नहीं था। उस समय मैं कई जगहों पर गाड़ी से उतर जाया करता था क्योंकि डर रहता था कि कहीं गाड़ी पलट ना जाए उस समय सड़क नहीं थी। उन्होंने बच्चों से कहा कि आपने उस समय का छिंदवाड़ा नहीं देखा है। मैं आपको बताता हूं कि छिंदवाड़ा में कुछ हिस्से ऐसे थे जहां के लोग बाहरी दुनिया से बिल्कुल कटे हुए थे। वह केवल नमक के लिए बाजार आया करते थे, सीमित छिंदवाड़ा था और यहां के लोग सीमित कपड़े पहनते थे। लेकिन आज आप छिंदवाड़ा को देखिए छिंदवाड़ा को सभी लोग जानते हैं और छिंदवाड़ा के बच्चे आज नई-नई तकनीक के साथ विशेष क्षेत्र में काम भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्या कभी किसी ने यह सोचा था कि छिंदवाड़ा में इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने लगेगी, स्टेशन इतना बड़ा हो जाएगा और छिंदवाड़ा से दिल्ली के लिए ट्रैन चलेगी और बाजार इतना बड़ा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आज यह बदला हुआ छिंदवाड़ा हमारे सामने है। इस बदलाव के आप सभी लोग गवाह भी है, मैं आपको बता देना चाहता हूं कि यह काम कोई जादू से नहीं हुआ था ये सभी काम और विकास आपके विश्वास और प्यार से ही सम्भव हो पाया है।
श्री कमलनाथ ने जनता से कहा कि मेरे जीवन की सबसे बड़ी कमाई आपका प्यार और आपका विश्वास है। कमलनाथ ने कहा कि आज का यह चुनाव केवल छिंदवाड़ा में नहीं है बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में है यह चुनाव केवल किसी एक पार्टी या किसी एक कैंडिडेट का नहीं है यह मध्य प्रदेश के भविष्य का चुनाव है। कमलनाथ ने शिवराज सिंह चौहान से पूछते हुए लहजे में कहा कि हूं कि 18 साल में आप सभी को और पूरे मध्यप्रदेश को कहां लाकर धकेल दिया है। कमलनाथ ने कहा कि मैं आप सभी को बता देना चाहता हूं कि छिंदवाड़ा की तुलना पुरे मध्य प्रदेश से मत कीजिएगा क्योंकि छिंदवाड़ा में यह डरते हैं। इन्हें पता है कि यहां कमलनाथ है और अपनी कलाकारी यहां नहीं दिखा पाते है। मैं आपको बता देना चाहता हूं कि अगर आप दूसरे जिले में जाएंगे तो आपको पता चलेगा कि वहां का किसान और युवा कितना परेशान है किसान अपने बीज और खाद के लिए भटक रहा है, युवा रोजगार के लिए भटक रहा है।
कमलनाथ ने नामांकक करने से पहले जनसभा में कहा कि शिवराज सिंह चौहान ने 18 सालों में प्रदेश को भ्रष्टाचार दिया, महंगाई दी, बेरोजगारी दी और प्रदेश को पूरा चौपट प्रदेश बनाकर रख दिया है।
निशा बांगरे का का नाम लेते हुए कमलनाथ ने कहा कि मैं पूछता हूं कि इनका गुनाह क्या था? क्या इनका गुन्हा केवल इतना ही था कि इन्होंने गृह प्रवेश में एक पूजा रखी और उसके लिए जब छुट्टी मांगनी चाहिए सरकार ने इनको प्रताड़ित किया और यह प्रताड़ना इनकी केवल इसलिए हुई क्योंकि यह अनुसूचित जाति से आती हैं। आज की शिवराज सिंह चौहान की सरकार भ्रष्टाचार, महिलाओं पर अत्याचार, अनुसूचित जाति और जनजातियों पर अत्याचार के लिए जानी जाती है।
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान की सरकार में महिलाओं के साथ जगह-जगह अत्याचार हो रहे हैं और उसका एक बड़ा उदाहरण आपके सामने निशा बांगरे जी है। मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा आदिवासियों पर अत्याचार हो रहा है और यह आंकड़ा में नहीं दे रहा हूं बल्कि यह आंकड़ा सरकार का ही है। इसलिए मैं आपसे कहना चाहता हूं कि अब आप लोग निर्णय कर लीजिए कि हमें मिलकर इस भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करना है। शिवराज सिंह चौहान पूरे प्रदेश में घूमते हैं लेकिन इन्हें बेरोजगार नौजवान नहीं दिखता, ना ही ने भटकता हुआ किसान दिखता है।
कमलनाथ ने कहा कि 2018 में आपने हमारी सरकार बनाई थी जो 15 महीने चली थी। तो हमने अपनी नीति और नियत का परिचय दिया था लेकिन भाजपा सरकार ने हमारी सरकार को गिरने का कुचक्र रचा और खरीद फरोख्त से सरकार को गिरा दिया गया। मैं आखिरी में बस आपसे इतना ही कहना चाहता हूं कि आपको याद होगा कि उसे समय छिंदवाड़ा को नागपुर से पहचाना जाता था कि नागपुर के पास कोई छिंदवाड़ा जगह है लेकिन आज छिंदवाड़ा की अपनी खुद की एक पहचान है। आज आप छाती ठोक के पूरे हिंदुस्तान में जा सकते हैं और कह सकते हैं कि हम छिंदवाड़ा से हैं। मैं आपको बता देना चाहता हूं कि हमने एक चुनौती तो पूरी कर ली, हमने सड़क बना दी, हमने रोजगार के लिए स्किल सेंटर बना दिए छिंदवाड़ा में यह सेंटर यहां बहुत पहले बना दिए थे। उन्होंने कहा कि जब हमने स्किल सेंटर बनाए थे तब देश में स्किल इंडिया का नारा नहीं था, लेकिन मुझे आगे की चिंता है मुझे मध्य प्रदेश के भविष्य की चिंता है और मुझे चिंता है कि आगे छिंदवाड़ा का भी झंडा बुलंद हो छिंदवाड़ा की पहचान इतनी ज्यादा है कि आज कई प्रदेशों से लोग छिंदवाड़ा देखने आते हैं छिंदवाड़ा घूमने आते हैं। आखिरी में इतना ही कहना चाहता हूं कि अब तक आपने जो प्यार और विश्वास मुझे दिया और उस प्यार और विश्वास से जो मुझे बल और शक्ति मिलती रही है। वह आगे भी मिलती रहे और 17 नवंबर को जब वोटिंग हो तो मध्य प्रदेश की विधानसभा में सबसे ऊंचा झंडा छिंदवाड़ा का ही लेहरेगा ऐसा मेरा विश्वास है।