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वर्धमान फैब्रिक्स बुधनी की जिला अस्पताल नर्मदापुरम को डेंटल ओ.पी.जी एवं मेडिकल उपकरणों की सौगात

अनोखे लाल द्विवेदी विशेष संवाददाता
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जिला अस्पताल नर्मदापुरम में वर्धमान फैब्रिक्स, बुदनी द्वारा डेंटल ओ.पी.जी मशीन, 20 स्ट्रेचर, कंप्यूटर, यू.पी.एस, काट्रि मशीन, अनिश्थीसिया वर्क स्टेशन, हाइड्रोलिक ओ.टी टेबल आदि सी.एस.आर योजना के तहत उपलब्ध करवाएं गए है, जिसकी लागत लगभग 25.00 लाख रुपय हैl

      नर्मदापुरम प्रदेश का पहला जिला अस्पताल जहाँ पर डेंटल ओपीजी की सुविधा जिला चिकित्सालय नर्मदापुरम नागरिकों को आधुनिक चिकित्सा सुविधायें प्रदान करने का सतत प्रयास करता रहा है। इसी क्रम में डेंटल ओपीजी मशीन के रूप में एक नई सुविधा चिकित्सालय में आज से प्रारम्भ हो गई है। इस मशीन द्वारा अब एक ही एक्स रे में सभी दाँतों की रिपोर्ट देखी जा सकेगी। जिला अस्पताल के वरिष्ठ डॉ. राजेश माहेश्वरी के अनुसार ओपीजी या ऑर्थोपैंटोमोग्राम एक्स-रे को पैनोरमिक डेंटल एक्स-रे के नाम से भी जाना जाता है। उल्लेखनीय है कि ओपीजी जाँच दांतों की चिकित्सा के लिये कई बार आवश्यक होती है, जिसे निजी चिकित्सालय में या कहीं अन्य जगह से जाँच कराना बहुत मंहगा पड़ता है।

      इस संबंध में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. सुधीर विजयवर्गीय ने बताया कि एक ओपीजी एक्स-रे , दांतों, जबड़े की हड्डियों और आसपास के हिस्सों की तस्वीर सिर्फ एक ही फिल्म में उतारने के लिए उपयोग किया जाता है। यह दंत समस्याओं के निदान में मदद करता है और प्रत्यारोपण व ऑर्थोडोंटिक्स जैसी प्रक्रियाओं की योजना बनाने में सहायक होता है। ओपीजी एक द्वि-आयामी (टू डाइमेंशनल) दंत एक्स-रे और गैर-आक्रामक टेस्ट है। यह शरीर के आंतरिक ऊतकों की छवियों को लेने के लिए विकिरण की एक छोटी मात्रा का उपयोग करता है। एक्स-रे तकनीक सबसे अधिक इस्तेमाल में आने वाले और सबसे पुरानी चिकित्सा इमेजिंग तकनीक में से एक है।

      जिला अस्पताल के दंत चिकित्सा विभाग के डॉ. मिलन सोनी ने बताया कि जबड़ा एक घोड़े की नाल के आकार की घुमावदार संरचना होती है, लेकिन एक्स-रे पर इसकी सपाट छवि बनती है, जिसे देख कर कई बार दांतों की समस्या ठीक से पता नहीं चल पाती है। जबकि ओपीजी टेस्ट दाँत के डॉक्टरों को विभिन्न चिकित्सीय परिस्थितियों का निदान करने में सहायता करता है. इस तरह के एक्स-रे के लिए फिल्म को मशीन के अंदर रखा जाता है, जबकि पारंपरिक एक्स-रे में फिल्म को मरीज के मुंह में रखा जाता है. डॉ. सोनी ने आगे यह भी बताया कि जबड़े में फ्रैक्चर, दांत की असामान्य स्थिति और हड्डी की अन्य असामान्यताएं, जबड़े का ट्यूमर और मुंह का कैंसर, अकल दाढ़ सहित अन्य प्रभावित दांत में दर्द का इलाज, एडवांस पेरियडोंन्टल रोग, जबड़े की हड्डी में सिस्ट, जबड़े के विकार, मसूड़े की बीमारी या दांत न होने की वजह से, जबड़े की हड्डी में क्षरण, दांतों की सड़न, विशेष रूप से भरे हुए दांत के नीचे या दो दांतों के बीच, दांत में संक्रमण, जिसमें मसूड़े की रेखा के नीचे या दांत के नीचे फोड़े शामिल हैं, हाइपरडोंटिया और हाइपोडोंटिया (आनुवंशिक रूप से बहुत अधिक या बहुत कम दांत होने की स्थिति), जबड़ा अपनी जगह पर न होना, आदि समस्याओं के निराकरण के लिये यह मशीन अत्यधिक उपयोगी है.

      बुधवार को वर्धमान टेक्सटाइल लिमिटेड के डायरेक्टर श्री एस.पाल एवं सिविल सर्जन डॉक्टर एस के विजयवर्गीय द्वारा एवं टी.सी गुप्ता जी की उपस्थिति मे उक्त सामग्री का लोकार्पण किया गया जिसमें मुख्य रूप से डॉ. रविंद्र गंगराड़े, डॉ. राजेश माहेश्वरी, डॉ. सुनील जैन, डेंटल सर्जन डॉ. मिलन सोनी, डॉ. रजनी कुशवाह, डॉ. दिव्या पटेल, डॉ सिद्धार्थ, साथ ही डॉ. एस.पाल, मध्य प्रदेश लोकेशन, श्री टी. सी. गुप्ता, महाप्रबंधक, वर्धमान फेब्रिक्स, श्री दिनेश के.टी., मुख्य प्रबंधक, श्री आर.के.सिंह, श्री दीपक कुमार, श्री शोएब मिर्ज़ा भी उपस्थित थे।

      पूर्व मे भी जिला चिकित्सालय नर्मदापुरम को मैकेनाइज्ड किचन, इंडस्ट्रियल लॉन्ड्री, वेंटिलेटर मोर्चरी एनालाइजर, ब्लड टेस्ट मशीन स्ट्रेचर उपलब्ध कराए जा चुके हैं।

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