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विधानसभा चुनाव - वोटर की शंकाओं का समाधान है वीवीपैट मशीन

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विधानसभा चुनाव 2023 में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के साथ-साथ व्‍हीव्‍हीपेट मशीन का भी उपयोग किया जायेगा। व्‍हीव्‍हीपेट मशीन के जरिये वोटर जान सकेगा कि उसने जिस उम्मीदवार के चुनाव चिन्ह का बटन दबाया है, वह उसी के खाते दर्ज हुआ है या नहीं। वोटर के मन में कोई शंका नहीं रहेगी। जैसे ही वोटर अपना वोट बटन दबाकर देगा, वीवीपैट मशीन की विंडो पर यह दिखाई पड़ेगा कि उसका मत किस चुनाव चिन्ह पर दर्ज हुआ है।

वीवीपेट एक स्वतंत्र इकाई वीवीपैट मशीन का फुल फार्म वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल है। यह एक स्वतंत्र इकाई है, जो कि ईव्हीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) से जुड़ी रहेगी। जैसे ही वोटर अपना वोट कास्ट करेगा वह पारदर्शी विंडो जो कि वीवीपैट मशीन में लगी है, उससे वह सात सेकंड तक देख सकेगा कि उसने किस अभ्यर्थी, किस चुनाव चिन्ह व किस क्रम में अपना मत दिया है। सात सेकंड के बाद यह स्लिप कटकर मशीन के एक सीलबंद ड्राप बॉक्स में गिर जाएगी।

वीवीपेट एक स्वतंत्र प्रिंटर प्रणाली, जिसे ईवीएम से जोड़ा जायेगा वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपेट) एक स्वतंत्र प्रिंटर प्रणाली है, जिसे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से जोड़ा जाता है और इससे मतदाताओं को अपना मतदान बिलकुल सही होने की पुष्टि करने में मदद मिलती है। मतदाताओं का भरोसा बढ़ाने के लिये ईवीएम को वीवीपेट से जोड़ा गया है।

ईवीएम और वीवीपेट मशीनों का निर्माण सार्वजनिक क्षेत्र के सिर्फ दो प्रतिष्ठित संस्थानों ईसीआईएल (इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इण्डिया लिमिटेड) और बीईएल (भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड) में एक स्वतंत्र तकनीकी विशेषज्ञ समिति के तकनीकी विशेषज्ञों की देखरेख और निर्वाचन आयोग के निरीक्षण में कराया जाता है, ताकि इसके साथ किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सके।

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