40वें मुफ्त नेत्र जाँच और मोतियाबिन्द सर्जरी शिविर से सैकड़ों लोगों की आँखों की रोशनी फिर से वापिस आई

नई दिल्ली : संत राजिन्दर सिंह जी महाराज के मार्गदर्शन में सावन कृपाल रूहानी मिशन मोतियाबिन्द के कारण से होने वाले अंधेपन को खत्म करने की दिशा में साल में दो बार मुफ्त आँखों की जाँच और मोतियाबिन्द सर्जरी शिविरों का आयोजन करता है ताकि उन लोगों की आँखों की रोशनी फिर से वापिस लाई जा सके, जो इसके ऑपरेशन का खर्च उठा नहीं सकते। इस नेक कार्य को साकार करने के लिए इस गैर-लाभकारी आध्यात्मिक मिशन ने नौएडा के ICARE आँखों के अस्पताल के साथ साझेदारी की है ताकि मरीजों की निःशुल्क मोतियाबिन्द सर्जरी की जा सके। ये सर्जरी ICARE अस्पताल के डॉक्टरों के साथ-साथ संयुक्त राज्य अमेरिका से आए आँखों के विशेषज्ञों द्वारा की जाती है, जो निस्वार्थ सेवा की भावना से मरीजों को अपनी सेवा मुफ्त में प्रदान करते हैं।
इस वर्ष 22-23 फरवरी, 2025 को 36वें अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता सम्मेलन के दौरान मिशन की ओर से 40वां निःशुल्क नेत्र जाँच और मोतियाबिन्द सर्जरी शिविर 23 फरवरी से 2 मार्च, 2025 तक संत दर्शन सिंह जी धाम और कृपाल बाग़, दिल्ली में आयोजित किया गया। सभी मरीजों की प्रारंभिक जाँच
23 फरवरी को संत दर्शन सिंह जी धाम, बुराड़ी में की गई। यहां जाँचे गए 1,956 भाई-बहनों में से 830 का सावधानीपूर्वक पैरामीटर जाँच के बाद मोतियाबिन्द का ऑपरेशन किया गया। उसके बाद पूरे सप्ताह 2 मार्च तक इन मरीजों को नौएडा के ICARE आँखों के अस्पताल में मुफ्त आवास, भोजन और अस्पताल आने-जाने की सुविधा भी मुफ्त में प्रदान की गई। जहाँ उनकी मोतियाबिन्द सर्जरी भी मुफ्त में हुई।
23 फरवरी को ICARE आँखों के अस्पताल के डॉक्टरों और मेडिकली रूप से प्रशिक्षित कर्मचारियों ने 2000 से ज्यादा भाई-बहनों की मोतियाबिन्द हटाने की सर्जरी करने के लिए उनकी आँखों की गहन जाँच की। जिन मरीजों को उनकी सर्जरी की तारीख बताई गई थी, उन्हें पूरे एक सप्ताह तक कृपाल बाग में रहने और खाने-पीने की सुविधा मुफ्त में प्रदान की गई। कृपाल बाग से, रोगियों को अस्पताल द्वारा उपलब्ध कराई गई बसों में नौएडा के अस्पताल में ले जाया गया।, जहाँ उनकी सर्जरी की जानी थी।
मरीजों को सर्जरी के बाद उनकी सहायता और मदद करने के लिए सावन कृपाल रूहानी मिशन द्वारा उन्हें पढ़ने के लिए चश्मे और आवश्यक सुविधाएँ भी मुफ्त में प्रदान की गईं।
सर्जरी से पहले लंबे समय तक मोतियाबिन्द की परेशानी और तकलीफ का सामना करने और सर्जरी के बाद सभी मरीजों ने अपनी दृष्टि वापिस आने पर खुशी और आभार व्यक्त किया।
पिछले कुछ वर्षों में सावन कृपाल रूहानी मिशन ने 20,000 से अधिक लोगों को दृष्टि वापिस लाने में उनकी मदद की है।
पूर्व वैज्ञानिक संत राजिन्दर सिंह जी महाराज के जीवन और कार्य को प्रेम और निष्काम-सेवा की एक लगातार चलने वाली यात्रा के रूप में देखा जा सकता है, जिसका उद्देश्य लोगों को मनुष्य जीवन के मुख्य ध्येय को खोजने में उनकी मदद करना है। पिछले 35 वर्षों से वे सभी क्षेत्रों के लोगों को ध्यान-अभ्यास की कला सिखाकर उन्हें अपने सच्चे आत्मिक स्वरूप से जुड़ने में मदद कर रहे हैं।
सावन कृपाल रूहानी मिशन के आज संपूर्ण विश्वभर में 3200 से अधिक केन्द्र स्थापित हैं। मिशन का भारतीय मुख्यालय विजय नगर, दिल्ली में है तथा अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय नेपरविले, शिकागो, अमेरिका में स्थित है।