खाजा एक ऐसी मिठाई है जिसे यूपी, बिहार में बहुत पसंद किया जाता है
खाजा एक ऐसी मिठाई है जिसे यूपी, बिहार में बहुत पसंद किया जाता है। यह एक पारंपरिक मिठाई है जिसे खासतौर से त्योहार पर बनाया जाता है। लेकिन अगर आप कभी पुरी गए हों तो आपने देखा होगा कि वहां कई इलाकों में साइकिल पर सवार कुछ लोग खाजा बेचते हैं। पुरी में दो चीजें बहुत ज्यादा लोकप्रिय हैं एक भगवान जगन्नाथ और दूसरा लोकप्रिय मिठाई खाजा। इस मिठाई की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए इसे प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है। यह महाप्रसाद के रूप में तीनों भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुवाद्र को भोग लगता है। इस शहर में भगवान और उनकी पसंदीदा मिठाई दोनों पूजनीय हैं।
लेकिन पुरी में यह खाजा आखिर कैसे लोकप्रिय हुआ? किसने पहली बार इसे बनाने के बारे में सोचा और किस तरह यह पुरी ही नहीं बल्कि नॉर्थ इंडिया में भी इतना लोकप्रिय हो गया?
सामग्री
- मैदा
- शक़्कर
- तेल
- चावल का आटा
कैसे बनाएं?
खाजा बनाने के लिए सबसे पहले सबसे पहले मैदे में मीठा तेल मिलाकर गूंद लें. इसके बाद इसे 20 से 25 मिनट तक गीले कपड़े से ढक दें. इसके बाद रोटी के बराबर पतला बेलें और ऐसी पांच रोटी बेल लें. इसके बाद चावल के आटे में थोड़ा तेल मिला लें. इस मिक्सचर को इन रोटियों पर अप्लाई करें.
हर रोटी पर परत लगाने के बाद एक के ऊपर दूसरी रोटी रखते जाएं. इसके बाद इन रोटियों के बंडल को दो उंगली के स्पेस के साथ रोल कर लें. पूरा मोड़ने के बाद इन्हें चाक़ू से काट लें. इसके बाद इन मैदे के रोल्स पर एक-एक करके हल्का बेलन चलाकर बेल लें. धीमी आंच में कड़ाही में तेल गरम कर तल लें. इस दौरान उसकी परतें अपनेआप खुलती जायेंगी. तलने के बाद उन्हें दो तार की बनाई हुई चाशनी में डाल दें. बस, खाजा तैयार है!