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जानिए बच्‍चों के लिए शहद ऐसे है फायदेमंद, जानिए 8 फायदें

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जानिए बच्‍चों के लिए शहद ऐसे है फायदेमंद, जानिए 8 फायदें

शहद को बेहतरीन और प्राकृतिक स्वीटनर माना गया है। साथ ही यह शरीर के लिए भी लाभकारी है, लेकिन छोटे बच्चों को देना चाहिए या नहीं, इसे लेकर हर किसी को दुविधा है। अगर आपके मन में भी यही सवाल है, तो इसका जवाब आपको यहां मिल जाएगा। इस लेख में हम बच्चों को शहद देने की सही उम्र के साथ-साथ उनके आहार में शहद को किस तरह शामिल करें, इसकी भी जानकारी देंगे। इसके अलावा, हम इस लेख में वैज्ञानिक प्रमाण सहित बताएंगे कि शहद से क्या-क्या फायदे हो सकते हैं ।

बच्चों को शहद के 8 फायदे
सही सलाह और उचित समय के बाद बच्चों को शहद दिया जाए, तो इससे उन्हें कई फायदे हो सकते हैं। ऐसे में बच्चों को शहद देना कब से शुरू करें, इसके बारे में ऊपर लेख में पहले ही बताया गया है। अब विस्तार से इसके फायदे बता रहे हैं :

घाव भरने के लिए –
 एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, शहद को कई जगह पर पारंपरिक रूप से घाव के इलाज, त्वचा में जलन, स्किन डिसऑर्डर और फोड़े से राहत पाने के लिए उपयोग किया जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि शहद में घाव को भरने की क्षमता और एंटीमाइक्रोबियल गुण पाया जाता है। इन गुणों के कारण घाव ठीक हो सकता है।

पीडियाट्रिक केयर–
 शहद का इस्तेमाल पीडियाट्रिक केयर के लिए भी किया जा सकता है। शहद का पीडियाट्रिक डर्मेटाइटिस पर लाभकारी असर होता है। इससे जुड़ी एक्जिमा और सोरायसिस से उत्पन्न समस्या को दूर करने में मदद मिल सकती है।

मौखिक स्वास्थ्य के लिए-
 शहद के सेवन से कई मौखिक समस्याओं से निपटा जा सकता है, जिनमें पीरियडोंटल डिजीज (मसूड़ों से संबंधित बीमारी), स्टामाटाइटिस (मुंह के अंदर सूजन) और हलिटोसिस (मुंह की दुर्गंध) शामिल हैं। इसके अलावा, यह दांतों के प्लाक, मसूड़े की सूजन और मुंह के छाले आदि को दूर रखने का काम कर सकता है। दरअसल, इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण संक्रमण के कारण मुंह में क्षतिग्रस्त हो चुकी कोशिकाओं को ठीक करने का काम कर सकते हैं।

मेटाबॉलिक और हृदय स्वास्थ्य के लिए-
 बच्चों के मेटाबॉलिक और हृदय स्वास्थ्य के लिए भी शहद का सेवन फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, शहद में कार्डियोप्रोटेक्टिव और थेरापेटिक प्रभाव होता है, जो हृदय संबंधी समस्या से बचाने में मदद कर सकता है।

स्वस्थ लिवर के लिए-
 शहद में दर्द को कम करने, लिवर प्रणालियों (सिस्टम्स) को संतुलित रखने और टॉक्सिन पदार्थों को बेअसर करने का प्रभाव होता है। लिवर संबंधी समस्या के लिए मुख्य रूप से ऑक्सीडेटिव डैमेज जिम्मेदार होते हैं और शहद में एंटीऑक्सीडेंट गुण होता है, जो लिवर डैमेज को सुरक्षा प्रदान करने का काम करता है। इसके अलावा, शहद में हेपेटोप्रोटेक्टिव गतिविधि भी पाए जाते हैं, जो लिवर को नुकसान से बचाए रखता है।
एसिडिटी से छुटकारा– 
अगर किसी बच्चे को गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी) की समस्या है, तो शहद के इस्तेमाल से इस समस्या से राहत मिल सकती है। जीईआरडी ऐसी स्थिति है, जिसके कारण सीने में जलन होती है । शहद के सेवन से पेट की सूजन या घाव को ठीक किया जा सकता है। शहद के सेवन से भोजन और गैस्ट्रिक रस का ऊपर की तरफ प्रवाह नहीं होता है, जिससे एडिडिटी से कुछ राहत मिल सकती है। इस प्रकार एसिड रिफ्लक्स की समस्या कुछ कम हो सकती है।

एंटीऑक्सीडेंट की तरह-
 शहद में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। यह गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को दूर करने का काम कर सकता है, जिससे सूजन संबंधी समस्या, कोरोनरी आर्टरी डिजीज (धमनी रोग), न्यूरोलॉजिकल की समस्या, एजिंग और कैंसर को दूर रखा जा सकता है ।

ऊर्जा देने के लिए- शहद में भरपूर मात्रा में ऊर्जा होती है। इससे बच्चा ऊर्जावान बना रहता है और खेलकूद में चुस्त व तंदुरुस्त महसूस कर सकता है ।

लेख के अगले भाग में हम बच्चों को शहद देते समय ध्यान में रखने वाली बातों की जानकारी दे रहे हैं।

बच्चों को शहद देते समय इन बातों का रखें ध्यान

बच्चों को शहद देते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, ताकि उन्हें शहद से होने वाले जोखिम से बचाया जा सके।

बच्चों को दिया जाने वाला शहद शुद्ध होना चाहिए।

शुरुआत में हमेशा कम मात्रा में शहद देना चाहिए।

बाजार से शहद लेते समय उसके लेबल पर लिखी एक्सपायरी डेट को जरूर चेक करना चाहिए।

शहद को खुले में न रखें। अगर शहद डिब्बे में है, तो उसका ढक्कन अच्छी तरह से बंद करके रखें।

शहद को खरीदने के बाद दो महीने के अंदर ही खत्म कर लें। पैकेट खुलने के बाद अधिक समय तक उपयोग न करें।

आइए, अब यह भी जान लेते हैं कि बच्चों को शहद कैसे देना चाहिए।

सर्दी-खांसी में बच्चों के लिए शहद
अगर किसी बच्चे को सर्दी और खांसी की समस्या है, तो उन्हें शहद देने पर यह समस्या दूर हो सकती है। दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक वैज्ञानिक शोध में बताया गया है कि सर्दी और खांसी के इलाज में शहद का सेवन किया जा सकता है। साथ ही इस शोध में यह भी बताया गया है कि अभी यह कहना मुश्किल है कि सभी प्रकार के शहद सर्दी-खांसी में फायदेमंद हो सकते हैं । वहीं, एक दूसरे शोध में बताया गया है कि शहद में पाए जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट और एंटीमाइक्रोबियल गुण बच्चों और वयस्क दोनों की खांसी को कम करने का काम कर सकता है!

नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्‍य जानकारी के लिए हैं इन्‍हें किसी प्रोफेशनल डॉक्‍टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी बीमारी या परेंशानी होने की स्थिति हो तो डॉक्‍टर की सलाह जरूर लें । 

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