भारतीय निशानेबाजों का विश्व कप में खराब प्रदर्शन, सातवें व दसवें स्थान से करना पड़ा संतोष
काइरो, प्रेट्र। भारतीय निशानेबाजों ने आइएसएसएफ शॉटगन विश्व कप की स्कीट मिक्स्ड टीम स्पर्धा में निराश किया जब परिनाज धालीवाल और मेराज अहमद खान तथा गनीमत शेखों और अंगद बाजवा की जोडि़यां क्रमश: सातवें और 10वें स्थान पर रहीं।
परिनाज और मेराज ने क्वालीफाइंग राउंड में 150 में से 137 अंक जुटाए। रूस की टीम एक और चेक गणराज्य ने शनिवार को 138 के स्कोर के साथ कांस्य पदक के मुकाबले में जगह बनाई थी। गनीमत और अंगद की दूसरी भारतीय जोड़ी 134 अंक के साथ 10वें स्थान पर रही। रूस की टीम दो ने पोलैंड की टीम दो को फाइनल में 35-31 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।
रूस की टीमों ने स्कीट टीम स्पर्धा में तीनों स्वर्ण पदक अपने नाम किए और पदक तालिका पर शीर्ष पर है। भारत ने शनिवार को समाप्त स्कीट स्पर्धा के पुरुष टीम वर्ग में एक कांस्य पदक जीता था। अब तक भारत सहित 10 देश पदक जीतने में सफल रहे हैं। एक दिन के ब्रेक के बाद सोमवार से ट्रैप स्पर्धाएं शुरू होंगी।
भारतीय शॉटगन कोच कोविड पॉजिटिव : भारतीय निशानेबाजी टीम के साथ आइएसएसएफ विश्व कप में हिस्सा लेने गए एक शॉटगन कोच को वहां पहुंचने पर कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया। भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआइ) के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि वायरस के लिए पॉजिटिव पाए जाने के बाद कोच को तुरंत क्वारंटाइन में भेज दिया गया। यहां पहुंचने पर भारतीय दल के सभी सदस्यों का कोविड-19 टेस्ट किया गया। कोच के अलावा भारतीय दल के अन्य सभी सदस्य निगेटिव पाए गए।
कोच में कोई लक्षण नजर नहीं आ रहे थे और फिलहाल वह क्वारंटाइन में हैं। चिकित्सा टीम उन पर नजर रख रही है। एक या दो दिन में उनका दोबारा टेस्ट होने की संभावना है। आयोजकों की ओर से जारी दिशा निर्देशों के अनुसार सभी टीमों को प्रत्येक 72 घंटे में कोविड टेस्ट से गुजरना होगा। भारत ने अब तक पुरुष और महिला स्कीट स्पर्धा के टीम वर्ग में कांस्य पदक जीते हैं, लेकिन व्यक्तिगत स्पर्धा में कोई पदक नहीं मिला है।