सैर पर जाना हो तो झारखंड जरूर जाएं, मन मोह लेंगी यहां की हसीन वादियां
विदेश से भी पर्यटक आते हैं। यहां गर्मी में लोग छुट्टी बिताने आते हैं। यह जगह समुद्र तल से 1128 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां कई वाटर फॉल्स के साथ सनराइज और सनसेट प्वाइंट हैं। कहा जाता है कि अंग्रेज की बेटी को एक चरवाहे से प्यार हो जाता है। इनके प्यार को सामाजिक मान्यता नहीं मिलने के कारण चरवाहे की हत्या हो जाती है। चरवाहे की हत्या से दुखी अंग्रेज की बेटी मैग्नोलिया पहाड़ी की चोटी से कूदकर जान दे देती है। इसी चोटी से सनसेट प्वाइंट बहुत ही खूबसूरत दिखाई देता है। यहां रांची से सड़क मार्ग से जाया जा सकता है।
हजारीबाग झील, कैनेरी पहाड़, वन्यजीव अभयारण्य, सूर्यकुंड आदि प्रमुख स्थल हैं। कैनेरी पहाड़ की चोटी पर एक डाक बंगला है। यहां से पूरा हजारीबाग शहर खूबसूरत दिखता है। यहां से दृश्य इतने मनमोहक होते हैं कि बरबस ही आपको फोटो क्लिक करने पर मजबूर कर देंगे। वन्यजीव अभयारण्य हजारीबाग शहर से 10 मील दूर है। यहां आप जंगली जानवरों को देख सकते हैं। हजारीबाग के बरकट्ठा में गर्म पानी का कुंड है। यहां कुल पांच कुंड हैं। इसमें से दो गर्म पानी के और एक ठंडे पानी का कुंड है। यहां पानी का सामान्य तापमान 169-190 डिग्री फारेनहाइट है। उच्च सल्फर के कारण इस पानी का चिकित्सीय प्रभाव भी होता है। हजारीबाग शहर रेल मार्ग के साथ रांची से सड़क मार्ग से भी जाया जा सकता है।
जमशेदपुर: जमशेदपुर भारत का पहला नियोजित शहर माना जाता है। यहां कई उद्योग के साथ हरियाली भी है। यहां का आकर्षक बुनियादी ढांचा और परिदृश्य सौंदर्य के दृष्टिकोण से नियोजित टाउनशिप है। यहां दलमा पहाड़, डिमना झील, जुबली पार्क, भुवनेश्वरी मंदिर, टाटा स्टील, हुडको झील आदि दर्शनीय स्थल हैं। स्वर्णरेखा नदी पर स्थित चांडिल डैम प्राकृतिक सुंदरता का एक जबर्दस्त नमूना है। यह बांध झारखंड के सबसे अधिक देखे जाने वाले स्थानों में से एक है। यहां आप रांची से सड़क मार्ग से पहुंच सकते हैं। यहां नवंबर से फरवरी तक आ सकते हैं।
जमशेदपुर: जमशेदपुर भारत का पहला नियोजित शहर माना जाता है। यहां कई उद्योग के साथ हरियाली भी है। यहां का आकर्षक बुनियादी ढांचा और परिदृश्य सौंदर्य के दृष्टिकोण से नियोजित टाउनशिप है। यहां दलमा पहाड़, डिमना झील, जुबली पार्क, भुवनेश्वरी मंदिर, टाटा स्टील, हुडको झील आदि दर्शनीय स्थल हैं। स्वर्णरेखा नदी पर स्थित चांडिल डैम प्राकृतिक सुंदरता का एक जबर्दस्त नमूना है। यह बांध झारखंड के सबसे अधिक देखे जाने वाले स्थानों में से एक है। यहां आप रांची से सड़क मार्ग से पहुंच सकते हैं। यहां नवंबर से फरवरी तक आ सकते हैं।
देवघर एक धार्मिक स्थल है। यहां बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर, शिवगंगा विश्व प्रसिद्ध हैं। सावन में बाबा भोलेनाथ के भक्त दूर-दूर से यहां आते हैं। 12 ज्योर्तिलिंगों में से देवघर का बाबा धाम एक माना जाता है। देवघर रेल मार्ग के अलावा सड़क मार्ग से भी जा सकते हैं। यहां जुलाई से मार्च महीने तक आना अच्छा रहेगा।
धनबाद को कोल राजधानी कहा जाता है। यह शहर अपने आप में कई रहस्य को छुपाए हुए है। यहां मैथन डैम, तोपचांची झील, झरिया कोयला खदान आदि घूमने के लिए बेहतरीन जगह हैं। धनबाद जाने का सबसे सुगम साधन रेल मार्ग है। यहां स्थित हावड़ा-नई दिल्ली रेलखंड सबसे व्यस्त रेल मार्ग है।
रांची: रांची झारखंड की राजधानी है। यहां आपको शहर के अंदर के साथ शहर से 50 से 100 किलोमीटर की दूरी पर एक से बढ़कर एक खूबसूरत जगह मिलेंगे, जहां आप सुकून के पल बिता सकते हैं। रांची को झरनों का भी शहर कहा जाता है। पहाड़ी मंदिर, रॉक गार्डेन, नक्षत्र वन शहर में स्थित हैं। इसके अलावा हूंडरू फॉल, जोन्हा फॉल, दशम फॉल, पतरातू घाटी, दिउड़ी मंदिर आदि भी बेहतरीन जगह हैं। यहां आप रेल मार्ग, सड़क मार्ग के अलावा विमान से भी पहुंच सकते हैं। यहां बिरसा मुंडा हवाई अड्डा है।