ब्राह्मण समाज की पत्रकार वार्ता : संतोष वर्मा को बर्खास्त करने, ‘IAS अवार्ड’ वापस लेने और एफआईआर दर्ज करने की मांग!
IAS संतोष वर्मा पर पड़ा सामाजिक प्रहार: ब्राह्मण समाज के साथ करणी सेना भी मैदान में!
विशेष संवाददाता भोपाल।
ब्राह्मण समाज की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. वंदना मिश्रा ने आज पत्रकार वार्ता में भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी संतोष वर्मा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि उनके कथित वक्तव्यों और विवादित गतिविधियों से पूरे समाज में गहरा आक्रोश है।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण बेटियों एवं नारी समाज के प्रति कथित अभद्र टिप्पणी किए जाने के आरोपों ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। आरोप है कि उनकी टिप्पणी और कथित विचारधारा के कारण समस्त नारी समाज में गहरा आक्रोश फैल गया है, यहां तक कि उनके कार्यालयों में कार्यरत महिला कर्मचारी भी अत्यंत दुखी और आहत हैं। उन्होंने कहा कि जिस देश में नारी को पूजनीय माना जाता है, वहां किसी वरिष्ठ अधिकारी द्वारा इस प्रकार के कथित आपत्तिजनक और अपमानजनक विचार प्रदर्शित करना असहनीय है। आरोप लगाने वालों ने यह भी कहा कि संबंधित अधिकारी पहले भी विवाद, धोखाधड़ी और अनियमितताओं के मामलों में सुर्खियों में रहे हैं, जो उनके आचरण पर गंभीर प्रश्न खड़े करते हैं।
डॉ. मिश्रा ने स्पष्ट किया कि समाज की मांगें चार बिंदुओं पर आधारित हैं—
1. संतोष वर्मा S IAको तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए।
2. उन्हें दिया गया ‘IAS अवार्ड’ तुरंत वापस लिया जाए।
3. उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।
4. पूरे मामले की सीआईडी से उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।
उन्होंने कहा कि प्रशासन में ऐसे अधिकारी जिनकी मानसिकता समाज को बांटने वाली हो, जो कथित रूप से जातिगत टिप्पणी करते हों और विभिन्न वर्गों में विद्वेष फैलाते हों, उन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवा में बने रहने का अधिकार नहीं है।
पत्रकार वार्ता में यह भी कहा गया कि संतोष वर्मा के समस्त कार्यकाल और उन पर लगे आरोपों की विस्तृत जांच हो ताकि सच्चाई सामने आ सके और समाज में व्याप्त आक्रोश शांत हो सके। नारी समाज के साथ हुई कथित अभद्रता और बेटियों के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी का तत्काल निराकरण और न्याय प्रदान किया जाए।
डॉ. वंदना मिश्रा ने चेतावनी दी कि यदि शासन ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की, तो ब्राह्मण समाज अपना आंदोलन और अधिक प्रबल करेगा। पत्रकार वार्ता में बड़ी संख्या में समाज के पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे।
ऐसे अधिकारी के पूरे कार्यकाल की जांच करना चाहिए एवं पूर्व में जिस जिस जिले में और जहां-जहां पर पदस्थ रहे हैं उन आदेशों की भी जांच करना चाहिए कि उन्होंने कहीं एक पक्षीय करवाई तो नहीं की है, भारत सरकार और UPSC को तत्काल प्रभाव से ऐसे अधिकारी के विरुद्ध कठोर कदम उठाते हुए IAS अवार्ड वापस लेना चाइये l

ए एल द्विवेदी
सामाजिक कार्यकर्ता
भोपाल

हमने UPSC और प्रधानमंत्री कार्यलय, एवं अन्य केंद्रीय कार्यालय, प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर संतोष वर्मा की IAS अवार्ड वापसी की मांग की है l

चेतन सिंह राजपूत
प्रदेश उपाध्यक्ष
करणी सेना परिवार

