जय गुरुदेव उमाकांत महाराज होली पर्व पर हर साल उज्जैन आते हैं। यहां वे अपने अनुयायियों को नामदान और सत्संग के माध्यम से प्रभु भक्ति की प्रेरणा देते हैं और शाकाहारी बनने की बात भी कहते हैं।
जय गुरुदेव उमाकांत महाराज होली पर्व पर हर साल उज्जैन आते हैं। यहां वे अपने अनुयायियों को नामदान और सत्संग के माध्यम से प्रभु भक्ति की प्रेरणा देते हैं और शाकाहारी बनने की बात भी कहते हैं। लेकिन, इस साल जय गुरुदेव उमाकांत महाराज तीन दिवसीय सत्संग के दौरान देश ही नहीं बल्कि विदेशों से आने वाले अपने अनुयायियों को बुरे कर्मों की होली जलाने का संकल्प दिलाएंगे।
जानकारी के अनुसार होली के अवसर पर बाबा जयगुरुदेव आश्रम उज्जैन में 3 दिवसीय कार्यक्रम आयोजित हो रहा है, जिसमें अनुयायी सपरिवार आएंगे, सतसंग सुनेंगे और बाबा उमाकांतजी महाराज से नामदान लेकर अपने बुरे कर्मों को होली में जलाएंगे, जिससे सुख-शान्ति, मुक्ति-मोक्ष आसानी से प्राप्त हो सके। आज से 25 मार्च तक उज्जैन जयगुरुदेव आश्रम में बाबा उमाकांतजी महाराज सुबह 5 बजे और शाम 5 बजे सतसंग व नामदान दिया जाएगा। जिसमें देश ही नहीं, अमेरिका, दुबई, श्रीलंका और अन्य देशों से भी भक्त शामिल होंगे।
सत्संग के पहले निकली विशाल रैली
देश-दुनिया मे शाकाहार, सदाचार, नशामुक्ति, शराबबंदी और भारत की भूमि से गोहत्या बंद करवाकर गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने के संकल्प के साथ बाबा उमाकांत महाराज के आह्वान पर शाकाहार नशामुक्ति धर्म जागरण यात्रा बाबा जयगुरुदेव संगत द्वारा निकाली गई, जो बाबा उमाकांत महाराज आश्रम इंदौर से शुरू होकर उज्जैन स्थित बाबा जयगुरुदेव आश्रम में समाप्त हुई। इस शाकाहार नशामुक्ति धर्म जागरण यात्रा में 100 से अधिक दो पहिया और चार पहिया वाहन शामिल रहे। जिनमें 5000 से ज्यादा भक्तों द्वारा "हाथ जोड़कर विनय हमारी तजो नशा बनो शाकाहारी" "बाबा जयगुरुदेव जी का कहना है शाकाहारी रहना है" जैसे नारों एवं पर्चों के द्वारा आम जनता से जीवों पर दया करने की प्रार्थना की गई।