झरने से आ रही बसाली में खुशहाली
भोपाल : 29 सितम्बर, 2024
बसाली... प्रकृति की सुरम्य वादियों के बीच बसा बुरहानपुर जिले का एक छोटा सा ठेठ गांव। आम भारतीय गांवों की तरह इस गांव के लोग भी खेती किसानी ही करते हैं। यूं तो खेती-बाड़ी से ही बसाली में गुजर-बसर की बहाली है। पर आजकल एक झरने के कारण बसाली में खुशहाली आने लगी है। इस गांव के पास एक अत्यंत मनोरम प्राकृतिक झरना है, जो लोगों को सहज ही अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। लोग इस बरसाती झरने को ‘‘बसाली झरना‘‘ के नाम से जानते हैं। अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य एवं बारिश से फैली हरियाली के बीच यह झरना इतना मनमोहक है कि पर्यटक खुद को यहाँ आने से रोक नहीं पा रहे हैं।
देश के सभी जनजातीय आबादी बहुल गांवों के विकास के लिये केन्द्र सरकार द्वारा ‘प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना’ चलाई जा रही है। इस योजना से बुरहानपुर जिले में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये भी कई प्रकार के विकास कार्य कराये जा रहे हैं। इससे ग्रामीणों की सुविधाओं में इजाफा तो हो ही रहा है, साथ ही पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिल रहा है। बसाली गांव के इस झरने तक लोगों की सहजता से पहुँच बढ़ाने एवं पर्यटन विकास के लिये बुरहानपुर ब्लॉक आफिस द्वारा प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना से एक ठोस कार्ययोजना तैयार की गई है। इसमें विकास कार्यों के लिये 60 लाख रूपये मंजूर किये गये हैं। इस राशि से बसाली झरने के पास ही पर्यटकों के रूकने के लिए चार रहवासी कॉटेज बनाये जा रहे हैं। झरने तक पहुंच मार्ग की मरम्मत की जा रही है। यहां आने वाले पर्यटकों के खान-पान की व्यवस्था के लिये एक कैंटीन तैयार की जा रही है। पर्यटकों के मनोरंजन के लिए बसाली झरने के पास पहाड़ी रास्तों में 'ट्रेकिंग रूट' तैयार करने की भी योजना है। इस ट्रेकिंग रूट से पर्यटक जंगल की सैर भी कर सकेंगे, जो उन्हें प्रकृति के और ज्यादा करीब ले जायेगी। इन सभी प्रयासों से यह झरना एक आकर्षक पिकनिक स्पॉट के रूप में अपनी पहचान बनायेगा।
आम दिनों में बहाली झरने की खूबसूरती देखने 60-70 लोग आते हैं, पर वीक-एंड में तो 500 से अधिक पर्यटक नियमित रूप से यहां पहुंच रहे हैं।
टूरिस्ट गाइड बनेंगी आजीविका मिशन की दीदियां
बसाली झरने के पास तैयार की जा रही कैंटीन स्व-सहायता समूह की महिलाएं चलायेंगी। इससे उन्हें रोजगार मिलेगा, साथ ही वे आत्मनिर्भर भी बनेंगी। बुरहानपुर जिले में अन्य राज्यों व जिलों से आने वाले बाहरी पर्यटकों की सुविधा के लिए स्व-सहायता समूह की महिलाओं को ‘टूरिस्ट गाइड’ के रूप में तैयार करने की तैयारी है। बसाली के स्व-सहायता समूह की महिलाओं को 'ग्रामीण आजीविका मिशन से' टूरिस्ट गाइड का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके बाद इन्हें परिचय-पत्र भी दिये जाएंगे, जो इन्हें प्रोफेशनल टूरिस्ट गाइड की पहचान दिलायेगा। यह काम इसी साल के अंत तक पूरा कर लिया जायेगा। बसाली का झरना जल्द ही गांव के लोगों की आय का बड़ा जरिया बनने वाला है।