श्योपुरः गरीबों के बच्चों को निःशुल्क कोचिंग पढ़ाकर आरक्षक प्रीतमसिंह बन गए पुलिस वाले मास्साब
खुद का अफसर बनने का सपना पूरा नहीं कर सके बड़ौदा थाने में पदस्थ आरक्षक प्रीतमसिंह अब गरीबों के बच्चों को निःशुल्क कोचिंग पढ़ाकर प्रतियोगिता की तैयारी करवा रहे हैं। उन्होंने अपने खर्चे पर बड़ौदा बस स्टैंड के पास 2 हजार रुपये में किराए पर एक हॉल भी ले रखा है। वह ड्यूटी से समय मिलते ही गरीब परिवारों के ऐसे बच्चों को कोचिंग पढ़ाते हैं जो कोचिंग की महंगी फीस देने में सक्षम नहीं है। उन्हें बड़ौदा के बच्चे अब पुलिस बाले मास्साब कहने लगे हैं। उनके इस कार्य की पूरे इलाके में खूब सराहना भी हो रही है।
बड़ौदा थाने में पदस्थ आरक्षक प्रीतमसिंह बताते हैं कि, वह कुछ निजी कारणों की वजह से चाहते हुए भी खुद अफसर नहीं बन सके, लेकिन वह चाहते हैं, कि किसी गरीब के बच्चे का सपना नहीं टूटे। इसलिए वह पिछले 6 महीनों से बड़ौदा में निःशुल्क कोचिंग पढ़ाकर बच्चों को पुलिस, पटवारी, बैंक सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने के साथ-साथ फिजिकल की तैयारी भी करवा रहे हैं। जिसके बेहतर परिणाम भी आने वाली नौकरियों की परीक्षाओं में देखने को मिल सकते हैं क्योंकि, उनकी कोचिंग में कई होनहार छात्र हैं जो एसआइ से लेकर अन्य परीक्षाओं को आसानी से पास कर लेंगे। बच्चे प्रीतमसिंह को पुलिस वाले मास्साब कहकर पुकारते हैं। इस वजह से बड़ौदा नगर में अधिकांश लोग भी उन्हें यही नाम से जानने लगे हैं।
ड्यूटी के बाद आराम के लिए मिलने वाले समय में 2 घंटे पढ़ा रहे कोचिंग
पुलिस आरक्षक प्रीतमसिंह बच्चों को निःशुल्क तैयारी करवाने के साथ-साथ अपनी ड्यटी भी पूरी ईमानदारी के साथ कर रहे हैं। इस वजह से उनके विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी उनके कार्य से हमेशा प्रसन्ना रहते हैं। खास बात यह है कि, पुलिस जैसी व्यस्त नौकरी में से वह ड्यूटी के बाद आराम करने के समय में से 2 घंटे रोजाना समय निकालकर बच्चों को कोचिंग दे रहे हैं। प्रीतमसिंह खुद भी एसआइ की तैयारी कर रहे हैं। कोचिंग पढ़ाने से उन्हें कई अन्य विषयों के साथ-साथ जनरल नॉलेज की जानकारी भी मिल रही है। जिसका फायदा बच्चों के साथ-साथ प्रीतमसिंह को भी होगा।
इनका कहना है
पुलिस वाले मास्साब हमें बहुत अच्छी तैयारी करवा रहे हैं। कोचिंग निःशुल्क देते हैं, लेकिन मास्साब की कोचिंग में हमें फिजिकल से लेकर एसआइ, शिक्षक, जेल प्रहरी, पटवारी सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की अच्छी पढ़ाई कराई जाती है।