एकजुटता ही करेगी लोधी राजपूतों का कल्याण:साधना भारती

अलग राज्य बनने पर ही होगा बुंदेलखंड का सर्वांगीण विकास:साधना भारती
प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की प्रथम प्रणेता अमर शहीद वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी जी की स्मृति में सौ रुपए का स्मारक सिक्का जारी करे मोदी सरकार:साधना भारती
जबलपुर या बालाघाट रेलवे स्टेशन का नाम अमर शहीद वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी जी के नाम पर रखा जाए:साधना भारती
-भारत की आजादी के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की प्रथम प्रणेता अमर शहीद वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी जी के बलिदान दिवस की बेला पर 20 मार्च 2025 को मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में सर्वसमाज सहित विशेष रूप से लोधी राजपूतों ने हजारों की तादात में एकजुट होकर एकजुटता मार्च यानि चल समारोह का भव्य आयोजन किया,इस अवसर पर महारानी अवंतीबाई गर्ल्स कॉलेज टीकमगढ़ में बलिदान दिवस समारोह संपन्न हुआ जिसमें विश्व की सबसे कम उम्र की प्रथम राजनैतिक स्टार प्रचारक और भारतीय ओबीसी महासभा की मुख्य संयोजक दीदी साधना भारती जी के मुख्य आतिथ्य में अमर शहीद वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी जी को सभी ने श्रद्धा सुमन समर्पित और अर्पित किए।बलिदान दिवस की बेला पर बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए दीदी साधना भारती जी ने कहा कि आज कल लोधी राजपूत समाज के कई बड़े बुजुर्ग सत्तासीन नेतागण अपनी-अपनी ढपली अपना-अपना राग अलाप रहे हैं,राजनैतिक महत्वकांक्षाओं और अहम स्वार्थों के वशीभूत होकर लोधी राजपूत समाज के सत्तासीन बड़े बुजुर्ग नेतागण कल्याण महासभाएं और विभिन्न सामाजिक संगठन बना रहे हैं,मगर सही मायने में लोधी राजपूतों के सर्वांगीण कल्याण का मार्ग नहीं खोज पा रहे हैं,आपस में ही कटुता,नफरत और द्वेष की खाई को बड़ा रहे हैं,साधना भारती अपने स्वजातीय सत्तासीन बुजुर्ग नेताओं से करबद्ध अनुरोध करती है कि आप सभी बड़े बुजुर्ग सम्माननीय नेतागण अब समाज के संरक्षक की भूमिका निभाइए और एकजुटता की भावना के साथ लोधी राजपूतों का एक समाज सेवी कर्मठ नौजवान निर्भीक निडर,निस्वार्थी नेतृत्व बनाइए,भाई भतीजावाद और परिवारवाद की परिधि से ऊपर उठकर मंथन और चिंतन का दायरा बढ़ाइए।
मात्र ढाई वर्ष की उम्र से लेकर आज तक पिछले लगभग सत्ताईस वर्षों में आध्यात्मिक,सामाजिक और राजनैतिक मंचों से हजारों जनसभाएं और रैलियां संबोधित कर चुकीं विश्व की सबसे कम उम्र की प्रथम आध्यात्मिक,सामाजिक,राजनैतिक स्टार प्रचारक और कांग्रेस की फायरब्रांड राष्ट्रीय प्रवक्ता विश्वविदुषी साधना भारती जी ने कहा कि सनातन का सर्वोच्च सिद्धांत है वसुधैव कुटुंबकम् अर्थात सारा संसार हमारा परिवार है,सनातन सभ्यता,संस्कृति और संस्कारों को आत्मसात करते हुए ही हम सबकी प्रेरणास्रोत अमर शहीद वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी जी ने मुसलमानों,महिलाओं,किसानों,आदिवासियों,दलितों और पिछड़ों को एकजुट करके आजादी के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की लौ को लावा बनाया था,अंग्रेजी कर के कहर से अन्नदाता किसानों को भी बचाया था,आत्मबलिदानी वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी ने अंग्रेजों को भीषण युद्ध में एक बार नहीं दो-दो बार हराया था,आत्मबलिदानी अमर शहीद वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी का लहू ही समस्त लोधी राजपूत समाज की रगों में दौड़ रहा है,अंतिम सांस तक जनहित का विशेष ध्यान रखने वाली सर्वधर्म समभाव की सारथी धर्मनिरपेक्षतावादी विचारों की धनी वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी के वंशजों को भी जनहित में निस्वार्थ भाव से समाज सेवा का संकल्प लेना चाहिए।
लोधी राजपूत एकजुटता मिशन का शंखनाद करने वाली साधना भारती जी ने कहा कि विभिन्न धर्मों सम्प्रदायों और विभिन्न जातियों के अनेक क्रांतिकारी अमर शहीदों की कुर्बानियों के चलते ही 15 अगस्त 1947 को हमारा भारत आजाद हुआ,आजादी के बाद भारत में लोकतंत्र स्थापित हुआ,लोधी राजपूत समाज की प्रथम लोकतांत्रिक जमात भी धर्मनिरपेक्षतावादी थी,1947 में सर्वप्रथम मध्य प्रदेश के ग्वालियर विधान सभा क्षेत्र से लोधी रामधन सिंह नरवरिया जी विधायक मनोनीत हुए,lसन 1951 के आरंभ में लोकतांत्रिक चुनाव हुए जिसमें उत्तर प्रदेश की जसराना विधानसभा सीट से विष्णु दयाल वर्मा जी और राठ विधानसभा सीट से लोधी श्रीपत सहाय रावत जी कांग्रेस के विधायक जीत कर आए और मध्य प्रदेश की मेहगांव विधान सभा सीट से लोधी रामधन सिंह नरवरिया जी भी कांग्रेस के विधायक निर्वाचित हुए।कंचन कामिनी की ममता से कोसों दूर बुंदेलखंड के समाज सेवी संत शिरोमणि स्वामी ब्रह्मानंद जी महाराज अखिल भारतीय लोधी क्षत्रिय महासभा के ऐसे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे जिन्होंने बुंदेलखंड में सर्वसमाज को शिक्षित करने का बीड़ा उठाया,स्वामी ब्रह्मानंद जी ने सन 1938 में ब्रह्मानंद इंटर कॉलेज,सन 1943 में ब्रह्मानंद संस्कृत महाविद्यालय और सन 1960 में ब्रह्मानंद कृषि महाविद्यालय उत्तर प्रदेश के हमीरपुर राठ में स्थापित किया,सन 1936 में जब जवाहर लाल नेहरू जी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे,तब स्वामी ब्रह्मानंद जी हमीरपुर से कांग्रेस के जिलाध्यक्ष थे,महात्मा गांधी जी के साथ स्वामी ब्रह्मानंद जी आजादी के आंदोलन के दौरान कई बार जेल भी गए,आजादी के बाद स्वामी ब्रह्मानंद जी लोधी राजपूत समाज के प्रथम लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए,सन 1967 और 1972 में स्वामी ब्रह्मानंद जी दो बार लोकसभा सांसद रहे।कुल मिलाकर हमारा अधिकतर लोधी राजपूत समाज धर्मनिरपेक्षतावादी विचारों का सारथी रहा है,जिसने सदैव सनातन के सर्वोच्च सिद्धांत वसुधैव कुटुंबकम् को आत्मसात किया है।
टीकमगढ़ में वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी बलिदान दिवस समारोह की मुख्य अतिथि बुंदेलखंड की छोटी बेटी साधना भारती जी के नेतृत्व में एक तीन सूत्री मांगों ज्ञापन प्रधानमंत्री मोदी जी को प्रेषित कराया गया,जिसमें बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने और अमर शहीद वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की स्मृति में सौ रुपए का स्मारक सिक्का जारी कराने और अमर शहीद वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी जी के नाम पर जबलपुर या बालाघाट रेलवे स्टेशन का नाम रखवाने की मांगे भी मुख्य रूप से शामिल रहीं।अमर शहीद वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी जी के बलिदान दिवस समारोह में मौजूद हजारों लोधी राजपूतों से दीदी साधना भारती जी ने दोनों हाथ खड़े करवाकर सदैव एकजुटता बनाए रखने का संकल्प भी कराया।