51 मौतों के बाद सख्ती का दिखावा
भोपाल । सीधी बस हादसे के बाद गुरुवार से प्रदेश में बसों की जांच की रस्म अदायगी शुरू कर दी गई। हादसे के बाद जागने वाली शिवराज सरकार के परिवहन मंत्री खुद इसमें भाग लेने पहुंच गए। भोपाल में परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत खुद बसों का निरीक्षण किया। सुबह 10 बजे परिवहन मंत्री अधिकारियों के साथ होशंगाबाद रोड पर पर पहुंचे। यहां से गुजर रही बसों की जांच की।
मंत्री ने नियमों का उल्लंघन करने वाली बसों पर कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसके बाद परिवहन मंत्री रायसेन रोड भी पहुंचे। भोपाल में दोपहर तक कुल 60 बसों की जांच की गई। इनमें 8 बसों में इमरजेंसी गेट, फस्र्ट ऐड बॉक्स, आग बुझाने वाले सिलेंडर और टैक्स जमा नहीं करने की गड़बड़ी मिली। इन्हें जब्त किया गया। परिवहन विभाग ने दो बसों में इमरजेंसी गेट नहीं होने पर उनका फिटनेस कैंसिल कर दिया। इन बसों के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चालानी कार्रवाई की जा रही है। परिवहन मंत्री के साथ एडिशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर अरविंद सक्सेना, आरटीओ भोपाल संजय तिवारी समेत भोपाल संभागीय परिवहन उडऩदस्ता प्रभारी अजीत बाथम मौजूद थे।
किसी को नहीं छोड़ेगे
परिवहन मंत्री बोले कि अधिकारियों से कहा है कि ऑफिस में कम बैठो। सड़क पर उतरो। हमारा काम परिवहन का है। चेक करो। मुझे सख्ती चाहिए। अभी मैं आज बसे चेक कर रहा हूं। आगे में किसी कर्मचारी या अधिकारी को गड़बड़ी मिलने पर छोडूंगा नहीं। कार्रवाई करूंगा। इंदौर बस हादसे के बाद अब सीधी हादसे के बाद फिर जांच। हादसे के बाद ही सड़क पर विभाग के उतरने को लेकर पूछे सवाल पर परिवहन मंत्री ने कहा कि हमारे आरटीओ हमेशा जांच करते रहते हैं, लेकिन मैं आपकी बात से सहमत हूं। जांच प्रक्रिया निरंतर होती रहनी चाहिए।
किसी का फोन आए, तो भी ना रोकी जाए कार्रवाई
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत हादसे के अधिकारियों से कह चुके हैं कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन न करने वाले बस संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। जांच अभियान में लापरवाही या कोताही न बरती जाए। चाहे कोई रसूखदार हो, यदि नियमों का उल्लंघन किया, तो कार्रवाई की जाए। राजपूत ने अफसरों से कहा कि किसी का फोन आए, तो भी कार्रवाई न रोकी जाए।