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इस साल का पहला चंद्रग्रहण 26 मई को लगेगा

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अनोखे लाल द्विवेदी  विशेष संवाददाता भोपाल |  

चंद्र ग्रहण की घटना का  ज्योतिषीय महत्व होने के साथ-साथ वैज्ञानिक महत्व भी है। साल  के पहले चंद्रग्रहण के दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेगा। चंद्र ग्रहण दोपहर 2 बजकर 17 मिनट से शुरू होकर शाम 7 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगा। आमतौर पर चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। लेकिन साल का पहला चंद्रग्रहण उपछाया ग्रहण है। जिसके कारण इसमें सूतक काल मान्य नहीं होगा और धार्मिक रूप से इसकी कोई महत्ता भी नहीं है।

26 मई 2021 वैशाख पूर्णिमा के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा पीड़ित हो जाता है। चंद्र ग्रहण के दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेगा। चंद्र ग्रहण वैज्ञानिक महत्व होने के साथ ही  ज्योतिष महत्व भी होता है। ज्योतिष गणनाओं के अनुसार इस दिन अनुराधा नक्षत्र पड़ रहा है। साल के पहले चंद्र ग्रहण के समय चार ग्रह वृष राशि में मौजूद रहेंगे। इस दिन  बुध, सूर्य, शुक्र और राहु वृष राशि में मौजूद रहेंगे। इसके अलावा मंगल वृश्चिक राशि में केतु, चंद्रमा मकर राशि, शनिदेव कुंभ राशि में और देवगुरु बृहस्पति कुंभ राशि में रहेंगे। ज्योतिष गणनाओं के अनुसार चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा केतु से पीड़ित हो जाएंगे। इसके साथ ही राहु का प्रभाव भी देखने को मिलेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा और केतु की युति को अशुभ माना जाता है और इस बार चंद्रमा और केतु की युति बन रही है। भारत के विद्वान और पंडितों ने इस ग्रहण को कोई मान्यता नहीं दी है।

यह रहेगा चंद्र ग्रहण का समय

चंद्र ग्रहण प्रारम्भ- दोपहर 2 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगा और  शाम 7 बजकर 19 मिनट तक समाप्त होगा, आमतौर पर चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है, लेकिन इस बार लगने वाला ग्रहण उपच्छाया चंद्र ग्रहण है जिस वजह से सूतक काल मान्य नहीं होगा। मंदिरों और घरों में धार्मिक अनुष्ठान और पूजा पाठ पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा ।

ऐसे लगता है चंद्र ग्रहण

चंद्र ग्रहण एक साधारण घटना है। सूर्य के चारों तरफ पृथ्वी और पृथ्वी के चारों तरफ चंद्रमा चक्कर लगाते-लगाते सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा जब एक सीध में आ जाते हैं और पृथ्वी की छाया चन्द्रमा पर पड़ने लगती है। खगोल शास्त्रियों के अनुसार इस घटना को चंद्र ग्रहण कहा जाता है। चंद्र ग्रहण कुल तीन प्रकार के होते हैं।

यहां-यहां दिखेगा 2021 का पहला चंद्रग्रहण

साल 2021 का पहला चंद्रग्रहण भारत में उपच्छाया चंद्र ग्रहण के रूप में देखा जा सकेगा। जबकि पूर्वी, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर और अमेरिका में पूर्ण ग्रहण होगा।

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