सिरसा में किसानों ने किया गोपाल कांडा का विरोध
हरियाणा के सिरसा में पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह को तितर-बितर करने के लिए बुधवार को वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। किसानों ने स्थानीय विधायक गोपाल कांडा को नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष पद के लिए वोट डालने से रोकने की कोशिश की।
आपको बता दें कि ये किसान केंद्र सरकार के तीनों नए कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। ये किसान उस जगह इकट्ठा हो गए, जहां पुलिस ने बैरिकेड लगा दिए थे और हरियाणा लोकहित पार्टी के अध्यक्ष कांडा के खिलाफ नारेबाजी की। कांडा ने पिछले महीने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा राज्य विधानसभा में मनोहर लाल खट्टर सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया था।
किसान नेताओं ने पहले कहा था कि वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगियों के नेताओं का "शांतिपूर्ण सामाजिक बहिष्कार" जारी रखेंगे।
सिरसा के पुलिस उप अधीक्षक आर्यन चौधरी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को जब पुलिस को रोकने की कोशिश की तो वे बैरिकेड्स पर चढ़ने का प्रयास किया। पुलिस ने इससे पहले कहा था कि प्रदर्शनकारी किसानों ने मंगलवार को कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद में भाजपा सांसद नायब सिंह सैनी की कार को रोक दिया, इसकी विंडस्क्रीन को तोड़ दिया।
किसानों ने शनिवार को रोहतक में मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस ने लाठीचार्ज करना पड़ा। अधिकारियों को खट्टर के हेलीकॉप्टर के लिए लैंडिंग साइट को भी बदला पड़ गया। किसानों ने पिछले सप्ताह हिसार हवाई अड्डे के बाहर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के खिलाफ भी प्रदर्शन किया था।
इस बीच, हरियाणा भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चादुनी ने कहा कि किसान भाजपा और उसके सहयोगियों के नेताओं का सामाजिक बहिष्कार जारी रखेंगे। हालांकि, उन्होंने किसानों से अपील की कि वे यह सुनिश्चित करें कि विरोध शांतिपूर्ण हो। चादुनी ने दावा किया कि भाजपा और उसके सहयोगियों के नेताओं ने हाल के दिनों में अपनी सार्वजनिक यात्राओं की संख्या यह जानने के बावजूद बढ़ा दी है कि हम उनका बहिष्कार करेंगे।