सड़क दुर्घटना में घायलों के तुरंत उपचार से जीवनदायी बनेंगे प्राइमरी ट्रोमा सेंटर
परिवहन एवं सड़क सुरक्षा मंत्री बृजेंद्र ओला ने कहा कि विभाग के नाम में ‘सड़क सुरक्षा‘ जोड़ा गया है। इसकी सार्थकता के लिए विभाग लगातार जागरूकता अभियान चलाएगा। ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न माध्यमों से लोगों को सड़क सुरक्षा की जानकारी दी जायेगी। साथ ही प्रदेष के चिंहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को प्राइमरी ट्रोमा सेंटर में अपग्रेड किया जा रहा है। वहां पर सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को तुरंत उपचार से संबंधित सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेगी। इससे वे जीवनदायी बनेंगे। इसके लिए सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ से राशि स्वीकृत भी की जा चुकी है। चिकित्सा विभाग के साथ एक बैठक कर जल्द से जल्द उन्हें शुरू कराया जायेगा।
ओला ने गुरूवार को परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग की पहली समीक्षा बैठक की। दो घंटे की मैराथन बैठक में उन्होंने विभागीय टीम के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि राजस्व अर्जन के साथ-साथ हमारा लक्ष्य सड़क दुर्घटनाओं को रोककर हर एक अनमोल जीवन को बचाना है। उन्हांने कहा कि विभाग से संबंधित केंद्र सरकार स्तर पर लंबित विभिन्न विषयों का जल्द समाधान किया जायेगा।
ओला ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा षहरों के जोनल प्लान तैयार किये जा रहे है। इस संबंध में परिवहन विभाग द्वारा राजस्थान रोडवेज की बसों के लिए बस स्टेशन, सीएनजी स्टेशन, ई-व्हीकल्स चार्जिंग स्टेशन के लिए भूमि चिंहित कर आरक्षित कराने के लिए नगरीय विकास तथा स्वायत्त शासन विभाग से समन्वय किया जायें। उन्होंने अधिक से अधिक एंबुलेंस और निजी बसों में लाइव व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम लगवाकर निगरानी कराने के निर्देश दिये। इसके अलावा उन्होंने कई नवाचारों के लिए भी सुझाव दियें।