सिरोंज के मॉ सरस्वती स्व-सहायता समूह के माध्यम से तिरताबाई पति भागीरथ जाटव को पशुपालन कार्य हेतु समूह के माध्यम से राशि प्रदाय की गई

प्रदेश सरकार द्वारा आजीविका मिशन के माध्यम से ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों में महिलाओं को स्व-सहायता समूह गठित कर रोजगार प्रारंभ करने के लिए ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले के ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों में महिलाएं स्व-सहायता समूहों से जुड़कर आर्थिक उन्नति की ओर अग्रसर हो रही हैं। सिरोंज के मॉ सरस्वती स्व-सहायता समूह के माध्यम से तिरताबाई पति भागीरथ जाटव को पशुपालन कार्य हेतु समूह के माध्यम से राशि प्रदाय की गई। पशुपालन कार्य की शुरूआत होने से दुग्ध उत्पादन में भी बढोतरी हुई है। तिरताबाई ने बताया कि एक गतिविधि की शुरूआत से साथ ही घर के पास पड़ी हुई जमीन पर सब्जी उत्पादन का कार्य ड्रिप-मल्चिंग पद्वति से शुरू किया। उनके बच्चें भी उनके कार्य में सहयोग करते है। तिरताबाई का परिवार वीरपुर (ग्राम पंचायत चौडाखेडी) सिरोंज में निवासरत है वर्तमान में तिरताबाई के परिवार समूह के माध्यम से आय में बढोतरी होने से घर में सुख समृद्वि आई है।
तिरताबाई ने चर्चा के दौरान बताया कि मेरा परिवार ग्राम पंचायत चौड़ाखेडी, सिरोंज में निवासरत है मेरा गरीबी मेंं गुजर बसर कर रहा था। नियमित रूप से मजदूरी नहीं मिल पाती थी घर के पास ही थोडी सी जमीन थी जिसमें समय से जुताई करने के लिए बीज एवं लागत जुटा पाना मुश्किल था। परिवार का भरण पोषण भी मुश्किल हो रहा था। समूह के माध्यम से परिवार की आर्थिक एवं सामाजिक वृद्धि से उन्हें अलग ही पहचान मिली है।