जल जीवन मिशन के तहत अब न केवल आंगनबाड़ी से जुड़े सभी बच्चों व माताओं को स्वच्छ पेयजल मिल रहा है बल्कि आंगनबाड़ी की पोषण वाटिका भी हरी-भरी हो गई है।
हैण्डपम्प चलाते-चलाते हम थक जाते । गहराई में पानी होने की वजह से बच्चों के लिये बमुश्किल पीने लायक पानी ही निकाल पाते। शौचालय के लिये पानी की व्यवस्था तो दूर की कौड़ी बन गई थी। पर जल जीवन मिशन ने अब हमारी आंगनबाड़ी की तस्वीर बदल दी है।
यह कहना है ग्वालियर जिले की जनपद पंचायत मुरार के ग्राम सिकरौदी की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती प्रेमवती कुशवाह का । आंगनबाड़ी में जल जीवन मिशन के तहत पेयजल व्यवस्था हो जाने की खुशी को वे बड़े सधे हुए अंदाज और रोचक ढंग से बयां करती हैं। उनका कहना है कि हमारे आंगनबाड़ी के हैण्डपम्प में अब पानी खींचने की मोटर लग गई है। हैण्डपम्प से पेयजल टंकी और बांगनबाड़ी के भीतर तक पेयजल लाइन बिछ गई है। हमने नल की टोंटी भी लगवा ली है। इससे अब आंगनबाड़ी में आने वाले बच्चों व माताओं को कोई पानी की दिक्कत नहीं आती। प्रेमवती कहती हैं हैण्डपम्प से पानी भरने में हमारा जो समय ज़ाया होता था उसका उपयोग बच्चों को अनौपचारिक शिक्षा देने में हो रहा है।
पानी की मोटर लग जोन से गदगद प्रेमवती बोलीं कि जल जीवन मिशन के तहत अब न केवल आंगनबाड़ी से जुड़े सभी बच्चों व माताओं को स्वच्छ पेयजल मिल रहा है बल्कि आंगनबाड़ी की पोषण वाटिका भी हरी-भरी हो गई है। वे कहती हैं कि मुख्यमंत्री मामा शिवराज सिंह चौहान जी ने आगनबाड़ी की बहनों का भी पूरा ख्याल रखा है।