उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार के अवसरों पर ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर के अर्थशास्त्र विभाग डीएसबी परिसर में कोरोना महामारी के उपरांत उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार के अवसरों पर ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का उद्घाटन कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केएन जोशी ने किया।
मुख्य वक्ता प्रो. भगवान सिंह बिष्ट ने प्राकृृतिक एवं मानवीय साधनों का सतत विकास के साथ उपयोग करते हुए स्वतः रोजगार सृृजन, ग्रामीण उद्यमिता आदि पर जोर देते हुए अपने विचार रखे। प्रो. केएन भट्ट ने पर्यावरणीय विकास के साथ रोजगार को जोड़ने और रोजगार के साथ ही पर्यावरण को भी संरक्षित रखने की आवश्यकता जताते हुए कहा कि राज्य में कृषि, पर्यटन व एमएसएमई क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं।
प्रो. धनेश पांडे ने अर्थव्यवस्था के प्राथमिक क्षेत्र को बढ़ावा देने, फल संरक्षण को बढ़ावा देने, विपणन पक्ष की कमियों को दूर करने, पर्यटन के नये आयामों को रोजगार के लिये खोजने जैसे महत्वपूर्ण सुझाव रखे। अध्यक्षता विभागाध्यक्ष एवं संगोष्ठी के संयोजक प्रो. पदम एस बिष्ट ने तथा संचालन डॉ. ऋचा गिनवाल और डॉ. सारिका वर्मा ने किया।