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'बड़ी हवेली की छोटी ठकुराईन' फेम दीक्षा धामी ने बताया, बचपन से संगीत के साथ कैसा रहा जुड़ाव ​​​​​​​

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'बड़ी हवेली की छोटी ठकुराईन' फेम दीक्षा धामी ने बताया, बचपन से संगीत के साथ कैसा रहा जुड़ाव

मुंबई, जून 2025: कहते हैं कि संगीत में जादू होता है, ये आपको एक अलग दुनिया में ले जाता है, आपको सुकून देता है और ऐसी कहानियां बताता है जो शब्द बयां नहीं कर सकते। वर्ल्ड म्यूजिक डे के मौके पर, शेमारू उमंग के शो 'बड़ी हवेली की छोटी ठकुराईन में 'चैना' का किरदार निभा रहीं अभिनेत्री दीक्षा धामी ने अपने जीवन में संगीत की अहमियत को लेकर खुलकर बात की।


दीक्षा धामी ने बताया, “संगीत मेरे जीवन का हिस्सा तब से है, जब मैं ठीक से बोल भी नहीं पाती थी। मेरी मम्मी सिंगर हैं और मैं उन्हें हमेशा घर में गुनगुनाते हुए सुनती थी चाहे वो खाना बनाते वक्त हो, सफाई करते वक्त हो  या सिर्फ आराम करते वक्त हो। तब मुझे गानों के शब्द नहीं समझ आते थे, लेकिन मैं फिर भी उनके साथ गुनगुनाती थी। उनकी आवाज़ में एक जादू है, जो हर चीज़ को सुकूनभरा और सुरक्षित महसूस कराता था। आज भी जब मम्मी गाती हैं, तो मैं सीधा अपने बचपन की उन मीठी यादों में लौट जाती हूं। मेरे लिए संगीत आज भी सुकून, यादें और एक टुकड़ा ‘घर’ है।”
उन्होंने आगे कहा, “आज भी जब मैं वही पुराने गाने सुनती हूं या कोई भी सोलफुल मेलोडी बजती है, तो मन अपने आप शांत हो जाता है। मेरे लिए संगीत सिर्फ़ एंटरटेनमेंट का हिस्सा  नहीं है, ये मुझे कई भावनाओं से जोड़े रखता है। मैं अपने किरदारों में जो इमोशन्स लाती हूं, जो गहराई से चीज़ों को महसूस करती हूं, मुझे लगता है कि इसका बहुत बड़ा हिस्सा मेरे संगीत के माहौल में पले-बढ़ने से आता है। इस वर्ल्ड म्यूज़िक डे पर मैं अपनी मम्मी की बहुत आभारी हूं, जिन्होंने मुझे संगीत से प्यार करना सिखाया। ये आज भी मुझे रोज़ नई प्रेरणा देता है।”
जैसे-जैसे बड़ी हवेली की छोटी ठकुराईन अपने दर्शकों के दिलों को छूता जा रहा है, वैसे-वैसे दीक्षा का संगीत से यह निजी रिश्ता उनके किरदार में और भी गहराई लेकर आता है।

देखिए दीक्षा धामी को 'चैना' के किरदार में, हर सोमवार से शनिवार, रात 9 बजे सिर्फ शेमारू उमंग पर।

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